हाइड्रोपोनिक तकनीक खेती की एक आधुनिक तकनीक है. जिसे सबसे पहले इजरायल में विकसित किया गया था. इस तकनीक के जरिए बिना मिट्टी के भी सब्जियां, फल तथा अन्य फसलें उगाई जा सकती है.
जो लोग शहरों में किचन गार्डन में सब्जियां उगाते हैं वे इस तकनीक को अपनाकर अच्छी कमाई भी कर सकते हैं, तो आइए जानते हैं हाइड्रोपोनिक फार्मिंग (Hydroponic Farming) करके किसान कैसे अधिक मुनाफा कमा सकते हैं-
मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के किसान अरविंद धाकड़ हाइड्रोपोनिक तकनीक के जरिए खेती कर रहे हैं. वे बताते हैं कि हम हाइड्रोपोनिक फार्मिंग पर 5-6 साल से काम कर रहे हैं. इसके लिए हमने इजराइल का दौरा किया तथा इस तकनीक की बारीकियों को समझा. वे बताते हैं कि इस तकनीक में बिना मिट्टी के अन्य माध्यम से पौधे को ग्रो करते हैं.
इसके लिए पानी के अलावा पैरालाइट, कोकोपीट, स्टोन, हाइड्रोटॉन का उपयोग भी किया जा सकता है. यह सिर्फ पौधे को सपोर्ट करते हैं. हालांकि पौधे पानी तथा अन्य पोषक तत्वों की मदद से ग्रो करते हैं.
धाकड़ बताते हैं कि किसी भी पौधे की ग्रोथ के लिए 13 से 16 तत्वों की आवश्यकता पड़ती है. कुछ चीजें बाहर से मिल जाती हैं जैसे-ऑक्सीजन, सूर्य प्रकाश आदि. वहीं न्यूट्रिशन को पानी में मिलाकर पौधों को दिए जाते हैं. इसे न्यूट्रन फिल्म टेक्निक (NFT) कहा जाता है.
जिसके जरिए वे ब्रोकली, स्ट्रॉबेरी, आलू. पालक, टमाटर, खीरा ककड़ी, चैरी टमाटर आदि ऊगा रहे हैं. वे बताते हैं कि अलग-अलग प्रकार की सब्जियां या फसलें उगाने के लिए आपको यह ध्यान रखना होता है कि किस पौधे कौन से पोषक तत्व कितनी मात्रा में देना चाहिए. वहीं धाकड़ का कहना हैं कि Hydroponic Farming को लोग धीरे-धीरे अपना रहे हैं.
इसके 120 पौधों का सेटअप 12 से 15 हजार रूपये में बन जाता है. जो 8 से 10 साल तक चल सकता है. वहीं 120 पौधों के लिए एक महीने के न्यूट्रीयन का खर्च 500 से 600 रुपये आता है. यदि न्यूट्रीयन आप खुद बना लेंगे तो 100 से 150 रूपये का खर्च आता है.
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