अब जल्द ही ज़ायद का सीजन शुरू होने वाला है जो किसानों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होता है. दरअसल, गर्मी में किसान सब्जियों और अन्य फसलों को उगाते हैं जिन्हें गर्मी से बचाना बेहद जरुरी होता है. अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो कई बार खड़ी फसल झुलस कर चौपट हो जाती है. अप्रैल और मई महीने में गर्मी के लिहाज से बेहद ख़ास होते हैं. इसमें सब्जियां और फसलें पानी की कमी से सूख जाती है तथा लू का भी प्रकोप रहता है. तो आइये जानते हैं गर्मी के दिनों में अपनी सब्जियों और फसलों को लू से कैसे बचाएं?
ड्रिप सिंचाई पद्धति अपनाएं
गर्मी के दिनों में उमस और लू का सब्जियों और अन्य फसलों पर विपरीत प्रभाव पड़ता है. जैसे-जैसे पारा चढ़ने लगता है पौधों में पानी की मांग बढ़ती जाती है. ऐसे में कृषि विशेषज्ञों का मानना हैं गर्मी के दिनों में पौधों और जमीन में पर्याप्त नमी बनाये रखने के लिए ड्रिप इरिगेशन सिस्टम अपनाना चाहिए. यह कारगर उपाय है जिससे पौधों और जमीन में नमी को बनाया जा सकता हैं. वहीं फसल में सिंचाई के लिए पर विशेष ध्यान रखना चाहिए और सिंचाई का अंतराल कम कर देना चाहिए. ड्रिप इरिगेशन अपनाने से पानी की भी कम जरुरत पड़ती है.
मल्चिंग तकनीक से करें खेती
वैज्ञानिकों का मानना है कि गर्मी के दिनों में वाष्पीकरण की प्रक्रिया तेज हो जाती है, जिसके कारण जमीन तेजी से सूखने लगती है जिससे पौधों में नमी ख़त्म होने लगती है और पौधे सूखने लगते हैं. ऐसे में सब्जियों में वानस्पतिक मल्च या प्लास्टिक मल्च का उपयोग करना चाहिए. दरअसल, इस पद्धति को अपनाने से पानी के वाष्पीकरण की प्रक्रिया कम हो जाती है जिसके कारण पौधों में नमी बनीं रहेगी तथा फसल ख़राब नहीं होगी.
सही समय पर करें सिंचाई
साथ ही कृषि विशेषज्ञों का मानना हैं कि सब्जियों और फसलों को लू तथा गर्म हवा से बचाने के लिए हल्की सिंचाई करना चाहिए. साथ सिंचाई का समय भी सुनिश्चित कर लेना चाहिए. ज़ायद की फसल में सिंचाई करने का उचित समय सुबह 5 से 10 बजे तक और सांय काल में 5 बजे से रात तक उचित होता है. वहीं खेतों की निराई-गुड़ाई समय पर करें जिससे मिट्टी भुरभुरी हो जाती है और नमी बनी रहती है. पपीता, नींबू और आम के बगीचों में पर्याप्त नमी के लिए सूर्यास्त के बाद सिंचाई करें.
मक्का या अन्य फसलें लगाएं
गर्मी में 45 डिग्री या उससे अधिक तपमान में केला, पपीता, टमाटर समेत अन्य फसलें झुलसने लगती है. ऐसे में फसल को लू लगने से बचाने के लिए कुछ विशेष फसलें उगाना चाहिए. कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि इसके लिए किसान अपनी फसल के आसपास मक्का, नेपियर घास समेत अन्य फसल लगा सकते हैं. जिससे आपकी फसलों पर लू का सीधा असर नहीं पड़ता है.
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