Fish fertilizer: यदि आप खेतीबाड़ी या बागवानी करते हैं, तो ऐसे में आपके लिए फिश फर्टिलाइजर के बारे में जानना बेहद जरूरी हो जाता है. फिश फर्टिलाइचर मिट्टी की उर्वरता शक्ति को बूस्ट करने काम करते हैं, जिससे पौधों के जरूरी पोषक तत्व को बढ़ाने में मदद मिलती है. अगर इस फर्टिलाइजर का उपयोग मिट्टी में किया जाता है, तो पौधे आसानी से बढ़ते हैं और इन्में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आती है. बता दें, फिश फर्टिलाइजर में काफी अच्छी खासी मात्रा में पौटेशियम, नाइट्रोजन और फास्फोरस मौजूद होता है.
आइये कृषि जागरण के इस आर्टिकल में जानें, फिश फर्टिलाइजर कैसे तैयार होता है और इसके फायदे क्या है?
फिश फर्टिलाइजर कैसे करें तैयार?
फिश फर्टिलाइजर को तैयार करने के लिए मछलियों की हड्डियां, त्वचा और मिट्टी की आवश्यकता होती है. इसके लिए आपको बाजार से खाद बनाने वाली मछली या फिर जिन मछलियों का उपयोग आप नहीं करते हैं, इन्हें ले सकते हैं. अब आपको इन्हें खेत या बाग की मिट्टी में दबा देना है. इसके कुछ दिनों बाद आपको देखने को मिलेगा की वे सभी मिट्टी में मिल गई हैं. फिश फर्टिलाइजर आपके बाग या खेत की मिट्टी के लिए काफी लाभदायक हो सकती है.
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फिश फर्टिलाइजर के फायदे
मछली के खाद में अधिक मात्रा में फास्फोरस पाया जाता है, जो पौधों की जड़ों को तेजी से बढ़ने में मदद करता है. इसका उपयोग खेत या बाग की मिट्टी को सही से उपजाऊ बना सकता है. मिट्टी में इसके इस्तेमाल से पौधे बहुत जल्द विकसित होते है, जिससे फूल और फल के पेड़ों से अच्छी खासी पैदावर प्राप्त हो सकती है. इस मछली खाद का खेत की मिट्टी में उपयोग होने से मिट्टी में पानी जमा नहीं होता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें, फिश फर्टिलाइजर में काफी अधिक मात्रा में फास्फोरस और पौटेशियम पाया जाता है, साथ ही इसमें आपको कैल्शियम और नाइट्रोजन जैसे तत्व भी देखने को मिल जाते हैं.
पौधों को मिलते हैं कई लाभ
फिश फर्टिलाइजर में कार्बन का काफी मात्रा होती है, जिससे मिट्टी की शक्ति में वृद्धि होती है. इसकी मदद से मिट्टी में मौजूद बैक्टेरिया और कवक पौधे की जड़ों तक पहुंचाते हैं, जिससे पौधे की जड़ों में मजबूती आती है.
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