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Soil Test: मिट्टी की जांच से किसानों को होगा दोगुना फायदा, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

किसानों को अपने खेत से अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए समय-समय पर मिट्टी की जांच करवाना बेहद जरूरी होता है. इसके लिए आप को किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं देना होता.

लोकेश निरवाल
मिट्टी की जांच
मिट्टी की जांच

खेती करने के लिए खेतों में अच्छी मिट्टी का होना बहुत जरूरी होता है, ताकि उस मिट्टी में उत्पादन सरलता से (production in soil) और अधिक हो सके. इसके लिए किसानों को अपने खेतों की मिट्टी की जांच करवाना बहुत जरूरी है.

आपको बता दें कि मिट्टी की जांच से यह पता चलता है कि खेत में किसानों को मिट्टी की जरूरत के अनुसार कितना पोषक तत्व उपलब्ध करवाना है, जिससे लागत में कमी हो और उत्पादन क्षमता में वृद्धि (increase production capacity) हो सके. सरकार की तरफ से भी मिट्टी की जांच (soil investigation) के लिए किसानों की मदद की जाती है. सरकार ने इसके लिए प्रधानमंत्री सॉयल हेल्थ कार्ड योजना भी बनाई है.

जांच के लिए मिट्टी नमूना कैसे लें (How to take a soil sample for testing)

  • किसानों को अपनी मिट्टी के नमूने फसल की बुवाई व रोपाई से एक महीने पहले लेनी चाहिए. इसके लिए आप अपने खेत में 8 से 10 अलग-अलग स्थानों पर निशान लगाएं. जिन जगहों पर अपने निशान लगाया है वहां पर आप करीब 15 सेमी गहरा गड्ढा खोदेंऔर फिर खुरपे की सहायता से उंगली की मोटाई जितनी जांच के लिए नमूना लें.
  • नमूने के तौर पर ली गई मिट्टी को एक बाल्टी या किसी बर्तन में एकत्रित करें. ठीक इसी प्रकार से बाकी स्थानों से भी मिट्टी के नमूने लें. 
  • सभी मिट्टी को एक साथ अच्छे से मिश्रण कर और अपने पास बस 500 ग्राम मिट्टी शेष रखें और बाकी बची मिट्टी को फेंक दें.
  • अब इस मिट्टी को साफ थैली में डाल लें.
  • अंत में मिट्टी जांच के लिए स्थानीय कृषि पर्यवेक्षक या नजदीकी कृषि विभाग भेज दें. इसके अलावा आप अपने नजदीकी मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला में भी भेज सकते हैं. जहां आपकी मिट्टी पर आपके नाम पते के साथ एक स्थान पर जांच के लिए रख दिया जाता है. बता दें कि इन सभी स्थानों पर मिट्टी की जांच मुफ्त में की जाती है.

ये भी पढ़ेः गेहूं की फसल से पाना चाहते हैं अधिक उत्पादन तो ये लेख पहले पढ़ लें...

 मिट्टी नमूने लेते समय सावधानियां (Precautions while taking soil samples)

  • मिट्टी जांच के लिए कभी भी खेते की नीची जगह से मिट्टी ना लें.
  • पानी व कम्पोस्ट के ढेर से मिट्टी ना लें.
  • पेड़ वाले स्थान से भी मिट्टी जांच के लिए नहीं लेनी चाहिए.
  • जांच के लिए ली गई मिट्टी को कभी भी थैली या बोरे में ना डालें.
  • खड़ी फसलों वाले स्थान से भी जांच के लिए मिट्टी ना लें.
  • खेत में उर्वरक प्रयोग वाले स्थान से भी मिट्टी नहीं लेनी चाहिए.
English Summary: Farmers will get double benefit from soil test Published on: 03 April 2022, 12:36 PM IST

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