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जून में करें हरी मिर्च की इन 5 उन्नत किस्मों की खेती, प्रति हेक्टेयर मिलेगा 350 क्विंटल उत्पादन

Chilli Cultivation: भारत में हरी मिर्च की खेती उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, तामिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र और राजस्थान में की जाती है. किसान हरी मिर्च की उन्नत किस्मों की खेती करके अधिक कमाई कर सकते हैं. आज हम आपको हरी मिर्च की 5 उन्नत किस्मों की जानकारी देने जा रहे हैं.

मोहित नागर
जून में करें हरी मिर्च की इन 5 उन्नत किस्मों की खेती
जून में करें हरी मिर्च की इन 5 उन्नत किस्मों की खेती

Green Chilli Improved Varieties: हरी मिर्च एक नकदी फसल है, जिसकी खेती करके किसान कम समय में अधिक कमाई कर सकते हैं. हरी मिर्च भोजन का एक विशेष हिस्सा माना जाता है, इसका उपयोग देश के लगभग सभी रसोईघरों में अचार, मसालों और सब्जी की तरह उपयोग किया जाता है. हरी मिर्च हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती है, क्योंकि इसमें विटामिन A, C, फॉस्फोरस और कैल्शियम समेत कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. हरी मिर्च में कैप्सेइसिन रसायन मौजूद होता है, जिससे इसमें तीखापन बना रहता है. भारत में हरी मिर्च की खेती उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, तामिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र और राजस्थान में की जाती है. किसान हरी मिर्च की उन्नत किस्मों की खेती करके अधिक कमाई कर सकते हैं.

कृषि जागरण के इस आर्टिकल में आज हम आपको हरी मिर्च की 5 उन्नत किस्मों की जानकारी देने जा रहे हैं, जिनकी खेती जून में करके किसान बेहतरीन मुनाफा कमा सकते हैं.

1. पूसा ज्वाला हरी मिर्च

पूसा ज्वाला हरी मिर्च की सबसे उन्न्त किस्मों में से एक है. यह एक ऐसी हरी मिर्च की किस्म है, जो कीट और मकोड़ा की प्रतिरोधी होती है. किसान इस किस्म की हरी मिर्च की खेती करके प्रति एकड़ भूमि से लगभग 34 क्विंटल तक पैदावार प्राप्त कर सकते हैं. बुवाई के लगभग 130 से 150 दिनों में हरी मिर्च की यह किस्म पककर तैयार हो जाती है. इस किस्म की मिर्च हल्के हरे रंग की होती है और इसके पौधे बौने और झाड़ीनुमा होते हैं.

2. जवाहर मिर्च-148 किस्म

जून के महीने में हरी मिर्च की उन्नत किस्म जवाहर मिर्च-148 की खेती भी किसानों के लिए काफी लाभदायक मानी जाती है. इस किस्म की मिर्च सबसे जल्द पकने वाली होती है और यह खाने में खोड़ी कम तीखी होती है. किसान प्रति हेक्टेयर में इस किस्म की मिर्च की खेती करके 85 से 100 क्विंटल तक हरी मिर्च का उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं. वहीं यदि इन्हें सुखा तोड़ा जाए तो प्रति हेक्टेयर से इस मिर्च का 18 से 25 क्विंटल उत्पादन प्राप्त हो सकता है.

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3. तेजस्वनी किस्म

तेजस्वनी किस्म की हरी मिर्च जून माह में खेती के लिए उत्तम मानी जाती है. इस किस्म की हरी मिर्च की फलियां मध्यम आकार की होती है और मिर्च की लंबाई लगभग 10 सेंटीमीटर तक जाती है. किसान इस किस्म की हरी मिर्च की बुवाई के लगभग 70 से 75 दिनों बाद तुड़ाई कर सकते हैं. तेजस्वनी किस्म हरी मिर्च की खेती करके किसान प्रति हेक्टेयर से लगभग 200 से 250 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं.

4. पंजाब लाल किस्म

पंजाब लाल किस्म हरी मिर्च की उन्नत किस्मों में से एक है, इसके पौधे का आकार छोटा होता है और इसमें गहरी हरी पत्तियों आती है. इस किस्म हरी मिर्च का आकार भी कुछ ज्यादा बड़ा नहीं होता है. किसान इस किस्म की प्रति हेक्टेयर में खेती करके 100 से 120 क्विंटल तक हरी मिर्च का उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं. हरी मिर्च की इस किस्म में आपको लाल रंग की मिर्च देखने को मिल जाती है.

5. काशी अर्ली किस्म

काशी अर्ली किस्म की हरी मिर्च से किसानों को काफी तगड़ा उत्पादन प्राप्त होता है. किसान इस किस्म की हरी मिर्च की एक हेक्टेयर में खेती करके 300 से 350 क्विंटल तक का उत्पादन हासिल कर सकते है. इस किस्म की मिर्च का पौधा लगभग 70 से 75 सेंटीमीटर तक लंबा होता है और इसमें छोटी गांठ आती है. किसान काशी अर्ली किस्म हरी मिर्च की बुवाई के बाद से लगभग 45 दिनों के अंदर ही इसकी तुड़ाई कर सकते हैं.

English Summary: chilli cultivate these 5 improved varieties of green chilli in June Published on: 22 May 2024, 04:32 PM IST

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