मौजूदा समय में किसानों के लिए रासायनिक खेती चुनौती बनी हुई है, वहीं किसानों के लिए अज्ञानतावश किसी भी कीटनाशक का उपयोग भी फसल और किसान के लिए घातक बन सकता है. जिस कड़ी में सरकार ने वर्ष 2020 में एक बड़ा निर्णय लिया और 27 कीटनाशकों पर रोक लगाते सूचीबद्ध किए गए कीटनाशकों का इस्तेमालपर प्रतिबंद लगा दिया था. परन्तु इस निर्णय के बाद इसको कई किसान संघठनो के व कीटनाशक उत्पादकों के द्वारा चुनौती दी गई. जिसके बाद अब इस निर्णय में बदलाव किया गया है. फरवरी 2023 के राजपत्र के अनुसार अब इन 27 कीटनाशकों में सिर्फ 3 पर ही प्रतिबंद जारी रहेगा. इसी विषय को लेकर भारत सरकार ने किसानों के लिए कीटनाशक उद्योग द्वारा सुरक्षित और प्रभावी डेटा पर आधारित, 24 कीटनाशकों के उपयोग को जारी रखने का फैसला लिया है. जिनका इस्तेमाल किसान कर सकते हैं और इन कीटनाशकों से फसल और किसान की सेहत पर कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होगा.
किसानों ने किया सरकार के इस फैसले का स्वागत
आपको बता दें अपनी फसलों को सुरक्षा के लिए छोटे किसानों सहित कृषि समुदाय पिछलें कई दशकों से इन फसल सुरक्षा से जुड़े उत्पादों का इस्तेमाल कई फसलों पर सुरक्षित रूप से करते आ रहे हैं. ऐसे ही कई किसानों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है साथ ही किसानों को राहत भी मिली है. बुद्धिजीवी वर्ग का मानना है कि यह कदम भारतीय किसानों को फसल संरक्षण के लिए बहतरीन साबित होगा साथ ही फसल सुरक्षा में नई तकनीक तक पहुंच सुनिश्चित करेगा. इतना ही भारत में उत्पादित इन कीटनाशकों का लाभ किसानों की सीधे तौर पर पहुंचेगा, जिससे किसानों को एक सस्ती कीमत पर बेहतर तकनीक के उत्पाद का उपयोग करने का अवसर प्राप्त होगा.
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भारत में अब सस्ते मिलेंगे कीटनाशक
भारतीय किसानों के लिए सरकार का यह फैसला भारतीय कृषि और किसानों के महत्व को भी दर्शाता है क्योंकि उन्हें एक सस्ती कीमत पर उन्नत खाद्य उत्पादन करने के लिए वित्तीय रूप से अत्यधिक महंगे आयाती विकल्प के बजाय स्थानीय स्तर पर उत्पादित उत्पाद उपयोग करने हेतु मिल सकेंगे. सरकार द्वारा इन 24 महत्वपूर्ण कीटनाशकों के उपयोग को जारी रखने का फैसला कृषि की वास्तविकताओं और किसानों के लिए उपलब्ध वित्तीय तकनीक की महत्ता को दर्शाता है, जो उन्हें गुणवत्ता वाले खाद्य उत्पादों का उत्पादन करने के लिए आवश्यक होती हैं जो अत्यंत महंगे आयाती विकल्प के मुकाबले बहुत सस्ते होते हैं. पूरे देश के किसानों ने सरकार के फैसले का स्वागत किया है, कहते हुए कि सुरक्षित और प्रभावी कीटनाशकों की पहुंच फसलों को संरक्षित रखने और एक अच्छी फसल उत्पन्न करने के लिए अत्यंत आवश्यक होता है. इन 24 महत्वपूर्ण कीटनाशकों के जारी उपयोग से भारत के खाद्य उत्पादन प्रणाली की रक्षा करना एक ज़रूरी कदम है.
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सुधरेगी खाद्य गुणवत्ता
अम्बाला के किसान उत्पादक संगठन के निदेशक गवनीत सिंह, ने कहा कि "किसान के रूप में, हमें सुरक्षित और प्रभावी कीटनाशकों को उपलब्ध करवाने के लिए सरकार का यह फैसला बहुत सराहनीय है. किसान उत्पादन और बेहतरीन उपज के लिए किसानों को महंगे दामों पर कीटनाशक खरीदनें से अब मुक्ति मिल जाएगी. सरकार का यह फैसला एक सकारात्मक कदम है, क्योंकि ये कीटनाशक राज्य कृषि विश्वविद्यालयों द्वारा सिफारिश किए जाते हैं और किसानों के पास इन्हें अपनी फसलों पर सुरक्षित रूप से उपयोग करने का अनुभव भी होता है." पहावा की किसान उत्पादक संगठन के CEO हरप्रीत सिंह ने कहा, कि "यह उत्पादन और आजीविका को संरक्षित रखने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. हमने इन कीटनाशकों के साथ काम किया है और इन पर पूरा भरोसा है. इन उत्पादों का उपयोग किसानों की लागत भी कम कर देता है.
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24 महत्वपूर्ण कीटनाशक बनेंगे किसान के साथी
आपको बता दें यह उत्पाद कीट और रोग नियंत्रण खाद्य आपूर्ति की गुणवत्ता और सुरक्षा बनाए रखने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं. इन 24 महत्वपूर्ण कीटनाशकों के जारी रखने का निरंतर उपयोग जरूरी है क्योंकि ये कीटनाशक नई उत्पादों के साथ मिश्रित किए जाते हैं, जो संभवतः प्रतिरोधी घास, कीट और बीमारियों के खिलाफ प्रतिरोध प्रबंधन के लिए उपयोग किए जाते हैं. इतना ही नहीं कीट-पतंग किसानों की फसलों में 20-30% तक की नुकसान पैदा कर सकते हैं, जिसमें गोदाम में संग्रहीत अनाज भी शामिल होते हैं. पेस्टिसाइड अनाज जैसे गेहूं, चावल, दाल और तेल के बीजों में संग्रहीत कीटों से फसल को सुरक्षित रखने के लिए स्मार्ट फ्यूमिगेंट्स के रूप में भी उपयोग में आते हैं.
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अनुमोदित कीटनाशक उपयोग से हटाई जाने वाली फसलें
इसके आलावा भारत सरकार ने पेस्टिसाइड के उपयोग को सुरक्षित करने हेतु तथा इन कीटनाशकों के उपयोग के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने की अनुमति भी दे दी है. पेस्टिसाइड को विशिष्ट कीट और रोगों को लक्षित करने के लिए ध्यान से तैयार किया जाता है, और उनका उपयोग नॉन-टारगेट जीवों या पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने से बचाने के लिए होता है.
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