खेती करने वाले किसान आज अत्याधुनिक हो चुके हैं। हर एक किसान यही चाहता है कि उसकी आय में इजाफा हो ताकि उसके परिवार का भी अच्छे से भरण-पोषण हो सके। यह भी किसी से नहीं छिपा है कि बहुत बड़े हिस्से में देश के किसान और कृषि दोनों के हालात अच्छे नहीं हैं। ऐसी ही एक समस्या पानी की भी है। देश में कुछ राज्य ऐसे हैं जहां का पानी खारा और अनुपयुक्त है। ऐसे पानी के कारण किसान न तो अच्छी पैदावार ले पाता है और न ही उस पानी को पी पाते हैं। ऐसे स्थानो पर किसानों की आय में इजाफा लाने की कोशिश कर रहे हैं मंसूर आलम वह खवाजा स्टोरेज एंड एग्रो प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन हैं।
इस कंपनी की शुरुआत बिहार राज्य के पटना शहर से हुई। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों की स्थिति में सुधार के लिए कार्य करना है। मंसूर आलम बताते हैं कि ख्वाजा स्टोरेज एंड एग्रो प्राइवेट लिमिटेड कई क्षेत्रों में कार्य कर रही है। इसमें ग्रेन स्टोरेज और कृषि इसके दो मुख्य कार्य क्षेत्र हैं। इन ग्रेन स्टोरेज की क्षमता 20,000 मीट्रिक टन से अधिक है। इसके अलावा कृषि के क्षेत्र में कंपनी मैग्नेटिक वॉटर टूल किसानों को उपलब्ध करा रही है।
मंसूर आलम बताते हैं कि मैग्नेटिक वॉटर टूल के जरिए ऐसे स्थानों जहां पर कठोर पानी की उपलब्धता कारण फसल की पैदावार अच्छी नहीं हो पाती है वहां के लिए मैग्नेटिक वॉटर टूल बहुत उपयुक्त सिंचाई यंत्र है। किसानों के मध्य इसकी मांग लगातार बढ़ती जा रही है। इससे फसल पैदावार में 10 से 15 प्रतिशत तक की वृद्धि होती है। मैग्नेटिक वॉटर टूल आधुनिक तकनीक से लैस है। ख्वाजा स्टोरेज एवं एग्रीकल्चर प्राइवेट लिमिटेड फिलहाल दो राज्यों कश्मीर और बिहार में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि कंपनी अभी भारत के अन्य राज्यों में भी फोकस कर रही है। वॉटर मैग्नेटिक टूल पर भारत सरकार और बिहार सरकार द्वारा सब्सिडी भी उपलब्ध है।
कंपनी के कश्मीर स्टेट हैड डॉ. सईद सफात कहते हैं कि कृषि के क्षेत्र में अभी बहुत कार्य करना बाकी है। हम देश के ऐसे हिस्सों को फोकस कर रहे हैं, जहां पर सही मायनों में कृषि बदलाव की जरुरत है। कश्मीर एक ऐसा राज्य है जहां पर कृषि में करने के लिए काफी कुछ है। वो कहते हैं हम इस राज्य में कृषि सुधार पर ध्यान दे रहे हैं। इसके अलावा बिहार के 14 जिलों में हम पहले से ही कार्य कर रहे हैं। सईद सफात बताते हैं कि हमारा मुख्य उद्देश्य किसानों को आत्मनिर्भर और सक्षम बनाना है।
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