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रूरल कॉन्क्लेव में बताए गए ग्रामीण क्षेत्र में मार्केटिंग के फंडे.
रूरल कॉन्क्लेव में बताए गए ग्रामीण क्षेत्र में मार्केटिंग के फंडे.
देश की अधिकतर जनता ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है. जिसके चलते ग्रामीण भारत में एक बड़ा मार्किट है. यही कारण है कि बड़ी-बड़ी निजी कंपनियां अपने उत्पाद के लिए हमेशा से नए बाजार की खोज करती रहती है. किसी भी ब्रांड को सही दिशा और सही बाजार मिल जाए तो उसकी बिक्री उतनी ही बढती जाती है. बहुत सारे ब्रांड ऐसे है जो ग्रामीण क्षेत्रों की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं. इन भारतीय ब्रांड्स को ग्रामीण बाजार में एक नई दिशा देने का काम कर रही है रूरल मार्केटिंग एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया. यह संघ निजी कंपनियों, जनसंपर्क एजेंसियों और विज्ञापन एजेंसियों के साथ मिलकर काम करता है. इस संघ ने ‘रूरल कॉन्क्लेव’ इवेंट का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में विज्ञापन एजेंसियों के साथ-साथ निजी क्षेत्र की जानी कंपनियों जैसे की महिंद्रा, हीरो मोटोकोर्प और डेसटा ग्लोबल जैसी कंपनियों के अधिकारीयों ने भाग लिया. इस कार्यक्रम में ओगिल्वी और मादर जैसी जानी-मानी विज्ञापन एजेंसी के अधिकारीयों ने भाग लिया. इस कार्यक्रम का मुख्य थीम ग्रामीण बाजार में उत्पादों की उपस्थिति को कैसे मजबूत किया जाए इस पर चर्चा की गई. इस कार्यक्रम में हीरो मोटोकॉर्प के वरिष्ठ अधिकारी दानिश सिद्दीकी ने इस कार्यक्रम में ग्रामीण क्षेत्रों में मार्केटिंग तरीकों पर अपने विचार व्यक्त किए. उन्होंने बताया कि किस तरीके से एक ब्रांड कैम्पेन को सफल बनाया जा सकता है. उन्होंने हीरो के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में चलाए गए कई कैम्पेन पर चर्चा की जिसमें सबसे ख़ास महिला शशक्तिकरण ‘ चलो सखी’ सबसे ज्यादा रुचिकर रहा. जेसीबी के पुनीत विद्यार्थी और महिंद्रा एंड महिंद्रा की डिजिटल हेड रुजुता नडकर्णी ने पैनल डिसकशन में चर्चा की किस तरीके से डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से ग्रामीण बाजार को और मजबूत किया जा सकता है. उन्होंने अपना अनुभव भी साझा किया. इसके अलावा जाने-माने वायरल विडियो मार्केटर ने बताया की किस तरीके से विडियो एक उत्पाद को बेहतर तरीके से परिभाषित कर सकती है. जानी मानी विज्ञापन एजेसी मादर एंड ओगिल्वी के नेशनल क्रिएटिव हेड राज कुमार झा ने अपने एक कार्यक्रम ‘ राज की चौपाल’ के माध्यम से ग्रामीण मार्किट में उत्पाद को कैसे मजबूती से पेश किया जाए उसके विषय में चर्चा की और आए हुए डेलिगेटस के सवालों के जवाब दिए. इस कार्यक्रम में रूरल मार्केटिंग एसोसिएशन की ओर से सीओओ अश्विनी बख्शी और प्रेसिडेंट रूरल संजय कॉल सभी को मोमेंटो देकर सम्मानित किया. इस मौके पर 25 नौजवान मार्केटिंग प्रोफेशनल्स को सम्मानित किया गया. ख़ास बात यह रही कि आए हुए स्पीकर्स ने अपने तरीके से ग्रामीण बाजार में मार्केटिंग के आधुनिक तरीकों को सिखाया. इस कार्यक्रम में काफी मार्केटिंग के नए तरीके बताए गए .
देश की अधिकतर जनता ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है. जिसके चलते ग्रामीण भारत में एक बड़ा मार्किट है. यही कारण है कि बड़ी-बड़ी निजी कंपनियां अपने उत्पाद के लिए हमेशा से नए बाजार की खोज करती रहती है. किसी भी ब्रांड को सही दिशा और सही बाजार मिल जाए तो उसकी बिक्री उतनी ही बढती जाती है. बहुत सारे ब्रांड ऐसे है जो ग्रामीण क्षेत्रों की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं.
इन भारतीय ब्रांड्स को ग्रामीण बाजार में एक नई दिशा देने का काम कर रही है रूरल मार्केटिंग एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया. यह संघ निजी कंपनियों, जनसंपर्क एजेंसियों और विज्ञापन एजेंसियों के साथ मिलकर काम करता है. इस संघ ने ‘रूरल कॉन्क्लेव’ इवेंट का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में विज्ञापन एजेंसियों के साथ-साथ निजी क्षेत्र की जानी कंपनियों जैसे की महिंद्रा, हीरो मोटोकोर्प और डेसटा ग्लोबल जैसी कंपनियों के अधिकारीयों ने भाग लिया. इस कार्यक्रम में ओगिल्वी और मादर जैसी जानी-मानी विज्ञापन एजेंसी के अधिकारीयों ने भाग लिया. इस कार्यक्रम का मुख्य थीम ग्रामीण बाजार में उत्पादों की उपस्थिति को कैसे मजबूत किया जाए इस पर चर्चा की गई.
कार्यक्रम की शुरुआत आरएमएआई के अधिकारीयों संजय कॉल, प्रेसिडेंट और अश्विनी बख्शी, सीओओ के द्वारा की गयी. इस कार्यक्रम में हीरो मोटोकॉर्प के वरिष्ठ अधिकारी दानिश सिद्दीकी ने इस कार्यक्रम में ग्रामीण क्षेत्रों में मार्केटिंग तरीकों पर अपने विचार व्यक्त किए. उन्होंने बताया कि किस तरीके से एक ब्रांड कैम्पेन को सफल बनाया जा सकता है. उन्होंने हीरो के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में चलाए गए कई कैम्पेन पर चर्चा की जिसमें सबसे ख़ास महिला शशक्तिकरण ‘ चलो सखी’ सबसे ज्यादा रुचिकर रहा. जेसीबी के पुनीत विद्यार्थी और महिंद्रा एंड महिंद्रा की डिजिटल हेड रुजुता नडकर्णी ने पैनल डिसकशन में चर्चा की किस तरीके से डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से ग्रामीण बाजार को और मजबूत किया जा सकता है. उन्होंने अपना अनुभव भी साझा किया. इसके अलावा जाने-माने वायरल विडियो मार्केटर ने बताया की किस तरीके से विडियो एक उत्पाद को बेहतर तरीके से परिभाषित कर सकती है. जानी मानी विज्ञापन एजेसी मादर एंड ओगिल्वी के नेशनल क्रिएटिव हेड राज कुमार झा ने अपने एक कार्यक्रम ‘ राज की चौपाल’ के माध्यम से ग्रामीण मार्किट में उत्पाद को कैसे मजबूती से पेश किया जाए उसके विषय में चर्चा की और आए हुए डेलिगेटस के सवालों के जवाब दिए. इस कार्यक्रम में रूरल मार्केटिंग एसोसिएशन की ओर से सीओओ अश्विनी बख्शी और प्रेसिडेंट रूरल संजय कॉल सभी को मोमेंटो देकर सम्मानित किया. इस मौके पर 25 नौजवान मार्केटिंग प्रोफेशनल्स को सम्मानित किया गया. ख़ास बात यह रही कि आए हुए स्पीकर्स ने अपने तरीके से ग्रामीण बाजार में मार्केटिंग के आधुनिक तरीकों को सिखाया. इस कार्यक्रम में काफी मार्केटिंग के नए तरीके बताए गए .
English Summary: RMAI News
Published on: 26 February 2018, 02:53 AM IST
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