देश की जानी-मानी सरकारी उपक्रम नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड (एनएफएल) ने उर्वरक कारोबार के बाद बीज उत्पादन के क्षेत्र में भी कदम रख दिया है. इसी के साथ विदेश में उर्वरक कारखाना स्थापित करने की दिशा में भी एक कदम बढा दिया है. एनएफएल के सीएमडी मनोज मिश्रा ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि यूरिया के उत्पादन के बाद कंपनी बीज प्रसंस्करण के क्षेत्र में काम शुरु कर दिया चुकी है. उन्होंने कहा इससे किसानों को सीधा फायदा मिलेगा और उनकी बीज की जरुरत पूरी हो पायेगी.
उन्होंने कहा कि देश में प्रमाणित बीज की भारी मांग है और इसे ध्यान में रखते हुए एनएफएल ने इंदौर, पानीपत और भटिंडा में बीज प्रसंस्करण का कार्य शुरु कर दिया है. इसके अलावा कृषि रसायन और कम्पोस्ट उत्पादन में भी वह हिस्सा ले रही है. मनोज मिश्रा ने बताया कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) से कंपनी को डाई नाइट्रोजन टेट्रोऑक्साइड की आपूर्ति का आदेश मिला है. इसका उपयोग राकेट में किया जाता है . इसके उत्पादन के लिए एनएफएल की विजयपुर इकाई में संयंत्र की स्थापना की जा रही है जिसके लिए रुस से भी एक करार किया गया है.
मनोज मिश्र ने कहा कि अल्जीरिया में 10 लाख टन क्षमता का एक उर्वरक संयंत्र स्थापित करने की तैयारी चल रही है जो अभी शुरुआती चरण में है. अल्जीरिया में बड़े पैमाने पर रॉक फास्फेट है जिसकी खरीद भारतीय कंपनिया करती है. एनएफएल यहां डीएपी संयंत्र लगाना चाहती है जिसकी भारत में बड़े पैमाने पर मांग है. वर्ष 2017-18 के दौरान कंपनी ने कुल 212.77 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ अर्जित किया और इस दौरान कुल 9025 करोड़ रुपए का कारोबार किया गया. यह पिछले 15 वर्षो में सबसे अधिक है . इस दौरान कंपनी ने 43.09 लाख टन उर्वरकों की बिक्री की. इसमें कंपनी के कारखानों में उत्पादित उर्वरक के अलावा आयातित उर्वरक की बिक्री भी शामिल है. एनएफएल द्वारा उठाए गए इस कदम से भारतीय कृषि क्षेत्र को और अधिक बढ़ावा मिलेगा. इसी के साथ खाद के साथ-साथ किसानों की बीज की जरूरतों को भी पूरा किया जा सकेगा.
एनएफएल शुरू करेगा सीड बिज़नेस
देश की जानी-मानी सरकारी उपक्रम नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड (एनएफएल) ने उर्वरक कारोबार के बाद बीज उत्पादन के क्षेत्र में भी कदम रख दिया है. इसी के साथ विदेश में उर्वरक कारखाना स्थापित करने की दिशा में भी एक कदम बढा दिया है. एनएफएल के सीएमडी मनोज मिश्रा ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि यूरिया के उत्पादन के बाद कंपनी बीज प्रसंस्करण के क्षेत्र में काम शुरु कर दिया चुकी है. उन्होंने कहा इससे किसानों को सीधा फायदा मिलेगा और उनकी बीज की जरुरत पूरी हो पायेगी.
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