रोटावेटर का उपयोग किसान खेतों में बीज की बुवाई के समय करते हैं. यह एक मशीन है, जिसका इस्तेमाल ट्रैक्टर से किया जाता है. यह मक्का, गेहूं और गन्ना आदि के अवशेष को खेतों में आसानी से खाद में तब्दील कर देता, साथ ही बीज को मिट्टी में मिश्रण करने के लिए उपयुक्त होता है. इसके उपयोग से मिट्टी को स्वस्थ बना सकते हैं. इसके अलावा धन, लागत, समय और ऊर्जा आदि की भी बचत कर सकते हैं. रोटावेटर को खास तरीके से डिजाइन किया गया है. इसके ब्लेडों की खास बनावट होती है. जो रोटावेटर को एक मजबूत मशीन का आकार देती है.आपको बता दें कि बाजार में पम्मी रोटावेटर उपलब्ध है. इसको भारत सरकार द्वारा मान्यता और सब्सिडी भी उपलब्ध है. पम्मी रोटावेटर अपने गुणों की वजह से ज्यादातर लोगों की पसंद बनता जा रहा है. बाजार में इसकी मांग ज्यादातर रहती है. तो आइए आपको इसके कुछ प्रमुख गुणों के बारे में बताते हैं.
पम्मी रोटावेटर की विशेषताएं
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इसमें सबसे अच्छी गुणवत्ता बोरान स्टील ब्लेड की है.
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इसके हैवी ड्यूटी गियर बॉक्स को विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है.
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इसके सभी बोल्ट स्टील से बने होते है.
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गियर को लंबे वक्त तक चलाया जा सकता है.
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यह नमी के असर और कीचड़ के प्रवेश को रोकता है.
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इसका पुर्जों पर उच्च गुणवत्ता वाले पेंट का इस्तेमाल किया गया है, ताकि इसके पुजों पर जंग न लगे.
पम्मी रोटावेटर से फायदे
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यह रोटावेटर हर प्रकार की मिट्टी को सूखा और गीला बनाता है.
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फसल की बुवाई के लिए मिट्टी को उपयुक्त बनाता है.
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इस रोटावेटर से समय की बचत होती है.
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पिछली फसल के अवशेषों को अच्छे से काट देता है और जैविक खाद में तब्दील कर देता है.
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रोटावेटर गेहूं, धान, गन्ना, केला, कपास और सब्जी की खेती में बेहद मददगार है.
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