Weather Update: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को एक पूर्वानुमान जारी किया है, जिसमें चक्रवाती तूफान के आने की संभावना जताई गई है. आईएमडी ने बताया है कि 3 दिसंबर के आसपास बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान का आगमन हो सकता है. हालांकि, इसका प्रभाव ओडिशा तक नहीं पहुंचेगा. आईएमडी ने कहा है कि आंशिक रूप से इस चक्रवाती तूफान के प्रभाव का आकलन शुक्रवार को ही हो सकेगा, जब यह समुद्र में दबाव बनाएगा.
कई राज्यों में बारिश की संभावना
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि संभावित चक्रवात के मार्ग और अन्य मापदंडों का अनुमान अवसाद के गठन के बाद ही लगाया जा सकता है. इसलिए ओडिशा या किसी अन्य स्थान पर प्रभाव के बारे में कुछ नहीं बताया गया है. मौसम वैज्ञानिकों ने यह भी स्पष्ट किया है कि ओडिशा तट के लिए अगले चार दिनों में कोई चेतावनी नहीं है. जिसके चलते ओडिशा तट के मछुआरों के लिए भी कोई चेतावनी नहीं दी की गई है.हालांकि, दक्षिण के कई राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.
वहीं, आईएमडी ने अपने स्पेशल बुलेटिन में बताया है कि दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़कर दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित हो गया है. मौसम विभाग ने बताया कि इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर विस्तार होने और अगले 24 घंटे में बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी के ऊपर एक दबाव बनने की संभावना है.
80 KM प्रतिघंटा की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
आईएमडी ने कहा कि पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए, यह धीरे-धीरे तीन दिसंबर के आसपास बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान में परिवर्तित होगा. इसके बाद यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों तक पहुंचेगा. 4 दिसंबर की सुबह के आसपास एक चक्रवाती तूफान के रूप में परिवर्तित होगा. चक्रवाती तूफान के चलते दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक दिसंबर की सुबह से हर घंटे 40-50 किमी से लेकर 60 किमी तक की गति से वायु चलने की संभावना है. वहीं, दिसंबर के दूसरे दिन की सुबह से हर घंटे 50-60 किमी से लेकर 80 किमी तक की गति से तेज वायु चलने की संभावना है.
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