
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और कश्मीर समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में बीते दिनों बारिश ने जहां राहत पहुंचाई, वहीं अब मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है. इन राज्यों में तापमान दोबारा बढ़ने लगा है और अधिकांश इलाकों में अधिकतम तापमान 35 डिग्री से ऊपर पहुंच चुका है. हालांकि, कुछ पहाड़ी क्षेत्रों में मौसम अभी भी अस्थिर बना हुआ है. दिल्ली में जहां हालिया बारिश से लोगों को थोड़ी राहत मिली थी, वहीं अब उमस भरी गर्मी ने एक बार फिर से परेशान करना शुरू कर दिया है.
मौसम विभाग ने कहा है कि फिलहाल दिल्ली में तीन दिनों तक बारिश की कोई संभावना नहीं है, जिससे लोगों को उमस और गर्म हवाओं का सामना करना पड़ेगा. दशहरा तक मौसम साफ रहने की संभावना जताई गई है, लेकिन तापमान का स्तर उच्च बना रहेगा. दूसरी ओर, यमुना का जलस्तर घटने से कुछ राहत जरूर मिली है, और लोग अब धीरे-धीरे अपने घरों की ओर लौटने लगे हैं.
दिल्ली में गर्मी का सितम और उमस
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मौसम फिलहाल पूरी तरह शुष्क रहने वाला है. तापमान 35 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहेगा, जिससे लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ेगा. बारिश न होने से हवा में नमी का स्तर अधिक बना हुआ है, जो मौसम को और भी भारी बनाता है. मौसम विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि अगले तीन दिनों तक आसमान साफ रहेगा और वर्षा की कोई संभावना नहीं है. इसका असर यह हो रहा है कि दिन में तेज धूप और रात में भी चिपचिपी गर्मी लोगों को राहत नहीं लेने दे रही.
उत्तर प्रदेश में बारिश से राहत, लेकिन उमस बरकरार
उत्तर प्रदेश के लोगों को भी 23 सितंबर से बारिश से राहत मिली है. भारतीय मौसम विभाग ने प्रदेश के सभी जिलों को ग्रीन जोन में रखा है, यानी फिलहाल किसी भी जिले में बारिश की कोई संभावना नहीं है. हालांकि, इससे राहत कम और परेशानी ज्यादा बढ़ी है, क्योंकि तापमान और उमस के स्तर में लगातार इजाफा हो रहा है. राजधानी लखनऊ समेत पूर्वी और पश्चिमी यूपी के जिलों में लोगों को पसीने छुड़ा देने वाली गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. अगस्त में जहां भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति बनी थी, अब वहीं मौसम पूरी तरह पलट गया है. हवा में नमी और सूरज की तपिश ने वातावरण को असहज बना दिया है. खासतौर पर खेतों में काम कर रहे किसानों और छोटे व्यापारियों के लिए यह स्थिति चुनौतीपूर्ण है.
बिहार में भी तापमान में बढ़ोतरी
बिहार में भी मौसम की स्थिति कुछ ऐसी ही बनी हुई है. राज्य के प्रमुख शहरों जैसे पटना, नवादा, जहानाबाद, बेगूसराय, सिवान, सारण, भोजपुर, दरभंगा और समस्तीपुर में दिन का तापमान बढ़ा हुआ है. इन जिलों में बारिश की कोई संभावना नहीं जताई गई है, और हवा में नमी की अधिकता के चलते लोग बेचैनी महसूस कर रहे हैं. बिहार में दशहरे के आसपास मौसम साफ रहने की संभावना है, लेकिन तब तक लोगों को गर्मी से जूझना पड़ेगा. ग्रामीण इलाकों में जहां बिजली की स्थिति अभी भी अस्थिर है, वहां उमस भरी रातें लोगों के लिए और भी कष्टकारी बन जाती हैं. मौसम विभाग का मानना है कि फिलहाल कोई नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सक्रिय नहीं है, जिससे अगले कुछ दिनों तक बारिश नहीं होगी.
उत्तराखंड में फिर से भारी बारिश की आशंका
हालांकि, उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में स्थिति थोड़ी भिन्न है. उत्तराखंड में हाल ही में भारी बारिश और बादल फटने जैसी प्राकृतिक आपदाएं देखने को मिली थीं. इन घटनाओं के बाद अब कुछ दिनों से मौसम साफ था, लेकिन मौसम विभाग ने 23 से 30 सितंबर तक फिर से भारी बारिश की चेतावनी दी है. विशेषकर पर्वतीय जिलों में जलभराव, भूस्खलन और अचानक बाढ़ का खतरा बना हुआ है. राज्य सरकार ने जिला प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संबंधित विभागों को पूरी तैयारी के साथ तैनात रहने को कहा है. देहरादून जैसे मैदानी क्षेत्रों में भले ही बारिश कम हुई हो, लेकिन पहाड़ों में फिर से भारी बारिश से संकट की स्थिति बन सकती है.
हिमाचल प्रदेश में धीरे-धीरे सुधरता मौसम
हिमाचल प्रदेश में मानसून की गतिविधियां अब कमजोर पड़ने लगी हैं. प्रदेश के अधिकांश भागों में मौसम साफ है और धूप खिली हुई है. हालांकि, 24 और 25 सितंबर को हल्की बारिश की संभावना जताई गई है. कुल्लू, मंडी, शिमला, हमीरपुर, कांगड़ा और नाहन जैसे इलाकों में दोपहर के समय तापमान में बढ़ोतरी हो रही है और लोगों को धूप का लाभ मिल रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में जहां बारिश के कारण कार्य रुक गए थे, अब बहाली का कार्य फिर से शुरू हो गया है. किसानों को सब्जियों और सेबों के तुड़ान में आसानी हो रही है और कच्चे रास्तों पर आवागमन भी सुधरने लगा है.
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