इनदिनों ज्यादातर राज्यों में मानसून ने लोगों की जिंदगी को अस्त -व्यस्त कर रखा है. क्योंकि हर दिन मौसम अपने नए -नए रंग दिखा रहा है. कई राज्यों में गर्मी और उमस ने लोगों का जन - जीवन ख़राब कर रखा है, तो कहीं बारिश अपना कहर बरपा रहा है. अगर हम बात करें दिल्ली कि तो दिल्ली में पिछले दो दिनों से मौसम थोड़ा सुहाना बना हुआ है. वहीं, मुंबई में हो रही तूफानी बारिश की वजह से लोगों का जीना बेहाल हो गया है. सड़के जलमग्न हो गयी है. अब तो मौसम विभाग ने भी मुंबई और उसके आस -पास के इलाकों को रेड अलर्ट के जोन में रख दिया है. अगर हम अगले 24 घंटों के मौसम की बात करें, तो नवी मुंबई, ठाणे, ओडिशा, गोवा समेत कई इलाकों में भरी बारिश की उम्मीद है. ऐसे में आइए जानते है कि निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार देशभर में अगले 24 घंटे के दौरान किस तरह की मौसमी गतिविधियां रह सकती है.
देश भर में बने मौसमी सिस्टम
इस समय गुजरात से महाराष्ट्र, तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश होते हुए पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक एक ट्रफ रेखा फैली हुई है. मध्य महाराष्ट्र के हिस्सों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक अन्य चक्रवाती क्षेत्र आंध्र तट से दूर दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी पर सक्रिय है. इसके साथ ही विदर्भ और उससे सटे मध्य प्रदेश के हिस्सों के निचले हिस्से में भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मौजूद है. इस चक्रवाती क्षेत्र से एक ट्रफ रेखा तटीय आंध्र प्रदेश तक फैली हुई है.
इनदिनों ज्यादातर राज्यों में मानसून ने लोगों की जिंदगी को अस्त -व्यस्त कर रखा है. क्योंकि हर दिन मौसम अपने नए -नए रंग दिखा रहा है. कई राज्यों में गर्मी और उमस ने लोगों का जन - जीवन ख़राब कर रखा है, तो कहीं बारिश अपना कहर बरपा रहा है. अगर हम बात करें दिल्ली कि तो दिल्ली में पिछले दो दिनों से मौसम थोड़ा सुहाना बना हुआ है. वहीं, मुंबई में हो रही तूफानी बारिश की वजह से लोगों का जीना बेहाल हो गया है. सड़के जलमग्न हो गयी है. अब तो मौसम विभाग ने भी मुंबई और उसके आस -पास के इलाकों को रेड अलर्ट के जोन में रख दिया है. अगर हम अगले 24 घंटों के मौसम की बात करें, तो नवी मुंबई, ठाणे, ओडिशा, गोवा समेत कई इलाकों में भरी बारिश की उम्मीद है. ऐसे में आइए जानते है कि निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार देशभर में अगले 24 घंटे के दौरान किस तरह की मौसमी गतिविधियां रह सकती है.
देश भर में बने मौसमी सिस्टम
इस समय गुजरात से महाराष्ट्र, तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश होते हुए पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक एक ट्रफ रेखा फैली हुई है. मध्य महाराष्ट्र के हिस्सों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक अन्य चक्रवाती क्षेत्र आंध्र तट से दूर दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी पर सक्रिय है. इसके साथ ही विदर्भ और उससे सटे मध्य प्रदेश के हिस्सों के निचले हिस्से में भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मौजूद है. इस चक्रवाती क्षेत्र से एक ट्रफ रेखा तटीय आंध्र प्रदेश तक फैली हुई है.
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