मौसम (Weather) में परिवर्तन देश के कई राज्यों में देखने को मिल रहा है .कहीं लोग तेज धूप से परेशान हैं, तो कहीं भारी बारिश से. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कुछ राज्यों में तेज आंधी चलने के साथ ही 8 जुलाई तक भारी बारिश होने की संभावना जताई है. गौरतलब है कि विभाग ने 7 से 8 जुलाई तक कर्नाटक में यलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया है. इसके अलावा बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश और आंधी-तूफान के साथ आसमानी बिजली गिरने की संभावना जताई है. ऐसे में मौसम विभाग (Weather Department) ने अगले कुछ घंटे तक लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है. अगर बात करें, पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों की तो वहां धूल भरी आंधी के साथ हल्की बारिश हो सकती है. तो ऐसे में आइये निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट वेदर के अनुसार जानते हैं, आगामी 24 घंटों के मौसम का पूर्वानुमान (Weather Forecast) -
देश भर में बने मौसमी सिस्टम
एक ट्रफ रेखा उत्तर प्रदेश की तलहटी से बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और असम होते हुए, नागालैंड तक फैली हुई है. पश्चिमी विक्षोभ को पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर के उत्तरी हिस्सों पर, एक चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के रूप में देखा जाता है. पंजाब और इससे सटे पाकिस्तान के हिस्सों पर, एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है.
दक्षिण-पूर्वी राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक उत्तर दक्षिण ट्रफ रेखा पूर्वोत्तर बिहार से झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल में, दक्षिण ओडिशा तट तक फैली हुई है. एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र, श्रीलंका और आसपास बना हुआ है.
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
अगले 24 घंटों के दौरान केरल, तटीय कर्नाटक, रायलसीमा के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, पूर्वोत्तर उत्तर प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के उत्तरी तट के कुछ हिस्सों में, हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. बिहार के कुछ हिस्सों, गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश, मराठवाड़ा के अलग-अलग हिस्सों, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, पश्चिमी हिमालय और दक्षिणपूर्व राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश संभव है.
पाठकों तो आज देश के कई राज्यों में बारिश के आसार हैं, इसलिए जितना हो सके घर के अंदर रहें और सुरक्षित रहें...ऐसी ही मौसम संबंधित ताजा अपडेट पाने के लिए पढ़िए कृषि जागरण की मौसम पर आधारित ख़बरें और लेख....
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