बंगाल की खाड़ी में बना मौसमी सिस्टम लगातार और ताकतवर हो रहा है. 16 दिसम्बर को यह मौसम सिस्टमी चक्रवात और भी रौद्र रूप ले सकता है. आने वाले दो दिनो में इसके आंध्रप्रदेश के ओंगोल के पास दस्तक देने की संभावना है .
इसे 'फ़ेथाई' चक्रवात के कारण तटीय शहरों को भीषण बारिश और तूफानी हवाओं का सामना करना पड़ सकता है।
मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि आंध्र प्रदेश में भूसखलन के बाद फिर से इसकी दिशा बदल सकती है और इस चक्रवात का रूख ओडिशा की तरफ जाएगा जिससे महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में 18 से 20 तारीख के मध्य मुसलाधार बारिश होने की संभावना जताई जा रही है.
फिलहाल दक्षिण मध्य भारत के अधिकतर इलाकों में मौसम का नरम रूख रहने वाला है. हालांकि हैदराबाद में बारिश हो रही है।
उत्तर भारत के पहाड़ों पर पिछले दिनों बारिश के साथ बर्फबारी होना बेहद जरूरी था. क्योंकि नवम्बर और दिसम्बर की शुरुआत में अगर पहाड़ों पर बारिश न हो तो सर्दी अपना रूख नहीं ले पाती है.
मध्य भारत पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में अब पहाड़ों से आ रही ठंडी हवाएँ रात को और ठंडा बना रही हैं। क्योंकि दिल्ली, हिसार, नारनौल, आगरा, मथुरा, अलीगढ़, जयपुर, अलवर और आसपास के शहरों में सुबह का पारा 2-3 डिग्री सेल्सियस के भी नीचे आ रहा है.
इसके आलावा अमृतसर, लुधियाना, अंबाला, यमुनानगर, करनाल, दिल्ली, आगरा सहित उत्तर भारत के कुछ शहरों में एक-दो स्थानों पर घना कोहरा हो सकता है, इसलिए राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहनों की रफ़्तार में कमी देखी जा सकती है.
गुजरात में लंबे समय तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. उत्तर हिमालय से चलने वाली ठंडी हवाओं के कारण भोपाल और इंदौर सहित मध्य प्रदेश के शहरों में भी अच्छी सर्दी होने वाली है। गुना, ग्वालियर, भिंड, मुरैना सहित उत्तरी मध्य प्रदेश में कोहरा भी छा सकता है।
साभार : skymet.com
प्रभाकर मिश्र, कृषि जागरण
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