
भारत मौसम विभाग (IMD) ने देश के विभिन्न हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की है. खासकर दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है. भारत के कई इलाकों में अगले कुछ दिनों तक मौसम बिगड़ा रह सकता है. इस दौरान गरज, बिजली, तेज हवाओं के साथ लगातार बारिश देखने को मिल सकती है.
IMD के मुताबिक, आज से लेकर 4 अगस्त, 2025 तक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर और पूर्वी यूपी में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. ऐसे में आइए आज के मौसम से जुड़ी हर एक अपडेट यहां जानें.
4 अगस्त तक इन राज्यों में होगी बारिश
भारतीय मौसम विभाग ने आज से लेकर 29 जुलाई को पूर्वी राजस्थान में कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना है, जबकि 30 और 31 जुलाई को भी वहां बहुत भारी बारिश हो सकती है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में भी 29 जुलाई को कुछ स्थानों पर तेज बारिश का अनुमान है. उत्तराखंड में 29 जुलाई से 4 अगस्त तक लगातार बारिश हो सकती है. वहीं हिमाचल, जम्मू-कश्मीर और पूर्वी यूपी में 29-30 जुलाई और 3-4 अगस्त को भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में 29 जुलाई और 3-4 अगस्त को तेज वर्षा हो सकती है. कोंकण, गुजरात और मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में 29 जुलाई को भारी बारिश होने की संभावना है. अगले 6-7 दिनों तक इस पूरे क्षेत्र में मध्यम बारिश के आसार है.
इन इलाकों में बाढ़ की स्थिति
29 जुलाई से 4 अगस्त के बीच अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. इस दौरान बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 29 से 31 जुलाई के बीच भारी बारिश के आसार हैं. उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, झारखंड और ओडिशा में भी तेज बारिश का दौर जारी रहेगा. 2 से 4 अगस्त के बीच बंगाल और सिक्किम में फिर से भारी वर्षा हो सकती है. इस क्षेत्र में 30-40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं. केरल, माहे और तटीय कर्नाटक में 29-30 जुलाई को भारी वर्षा का अनुमान है. अगले 5 दिनों तक पूरे दक्षिण भारत में 40-50 किमी प्रति घंटा की तेज हवाएं चल सकती हैं और मध्यम बारिश का सिलसिला जारी रहेगा.
मौसम विभाग की सलाह
IMD ने लोगों को निचले इलाकों से दूर रहने, बिजली गिरने से सतर्क रहने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है. किसानों, यात्रियों और समुद्री क्षेत्र में काम करने वालों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है.
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