पिछले 24 घंटों के दौरान देश के कई हिस्सों में मानसूनी गतिविधियां देखने को मिलीं. जहां एक ओर पूर्वोत्तर भारत के कुछ राज्यों में भारी बारिश दर्ज की गई, वहीं मध्य और पश्चिम भारत के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश ने मौसम को सुहावना बना दिया. सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी वर्षा हुई है, जबकि अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, मध्य प्रदेश और दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश में भी कई स्थानों पर अच्छी बारिश दर्ज की गई.
इस बीच, कुछ क्षेत्रों में बिजली कड़कने और गरज-चमक के साथ बारिश होने की भी सूचना मिली है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में भी देश के कई हिस्सों में इसी तरह की मौसमी स्थिति बनी रहने की संभावना है. ऐसे में आइए देशभर के मौसम का हाल जानते हैं-
पिछले 24 घंटों में कहां-कहां हुई बारिश
पिछले 24 घंटों में देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग स्तर पर बारिश दर्ज की गई. सबसे ज्यादा प्रभाव सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, नेपाल सीमा से सटे इलाकों और बिहार के उत्तरी जिलों में देखने को मिला, जहां मध्यम से भारी बारिश हुई. इन इलाकों में नमी से भरे बादल लगातार सक्रिय हैं, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई.
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मध्य प्रदेश के पूर्वी व दक्षिणी हिस्सों तथा दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश में भी हल्की से मध्यम बारिश हुई. कई स्थानों पर भारी वर्षा की घटनाएं भी देखी गईं, जिससे स्थानीय जलस्तर में वृद्धि हुई है. वहीं असम, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के कुछ हिस्सों में भी हल्की से मध्यम बारिश हुई.
इसके अलावा, तटीय कर्नाटक और केरल में लगातार रुक-रुक कर बारिश जारी रही, जिससे मौसम ठंडा और सुहावना बना रहा. तटीय आंध्र प्रदेश में भी बादल छाए रहे और हल्की वर्षा दर्ज की गई. दूसरी ओर, पूर्वी राजस्थान, कच्छ क्षेत्र, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में छिटपुट बारिश हुई, जिससे इन क्षेत्रों में उमस में कुछ कमी आई.
पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश का दौर जारी
पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में पिछले दिनों से लगातार बारिश हो रही है. विशेष रूप से असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड के कुछ जिलों में मध्यम से भारी वर्षा के कारण निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है. मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले 24 घंटों में भी इन क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है.
सिक्किम और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के साथ-साथ नेपाल की सीमा से सटे इलाकों में भी बादलों की सक्रियता बनी हुई है. इन इलाकों में पहाड़ी ढलानों पर भूस्खलन की आशंका बनी हुई है, इसलिए स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
मध्य और पश्चिम भारत में बदलता मौसम
मध्य भारत के कई हिस्सों, विशेषकर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ क्षेत्र में भी पिछले 24 घंटों के दौरान मौसम में बदलाव देखा गया है. इन इलाकों में बादल छाए रहने और रुक-रुक कर बारिश होने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई. महाराष्ट्र के विदर्भ और उत्तर मध्य महाराष्ट्र के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है, जिससे कुछ जिलों में जलभराव की स्थिति बन सकती है.
गुजरात के तटीय इलाकों, खासकर कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्र में हल्की बारिश दर्ज की गई है. अगले 24 घंटों में यहां हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है. इस दौरान हवा की गति में भी वृद्धि देखी जा सकती है, जिससे समुद्री इलाकों में मछुआरों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
दक्षिण भारत में वर्षा के नए संकेत
दक्षिण भारत के कई हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई. तटीय कर्नाटक, केरल और तटीय आंध्र प्रदेश के कई इलाकों में बादल छाए रहे और हल्की बारिश के साथ आंधी की स्थिति भी बनी रही. तमिलनाडु में भी कुछ जिलों में बूंदाबांदी हुई, हालांकि यहां वर्षा की तीव्रता कम रही.
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में दक्षिण भारत के कई हिस्सों में बारिश जारी रहने की संभावना है. विशेष रूप से केरल, कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश में मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना जताई गई है.
अगले 24 घंटों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के ताजा अनुमान के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, नेपाल, पूर्वी झारखंड और बिहार में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है. इसके अलावा, गुजरात, ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल, पूर्वी उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, विदर्भ, उत्तर मध्य महाराष्ट्र तथा कोंकण-गोवा क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा संभव है.
पूर्वोत्तर भारत, तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु और कच्छ क्षेत्र में हल्की बारिश होने का अनुमान है. मौसम विभाग ने किसानों और तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सलाह दी है कि वे अगले दो दिनों तक सतर्क रहें और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें.
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