गर्मियों के दिन शुरू हो गए हैं और अब दोपहर में लोगों ने घरों से बाहर निकलना कम कर दिया है. वहीं, कई इलाकों में लू भी पड़ रही है. हालांकि, पहाड़ों पर मौसम खुशगवार बना हुआ है, इसका मुख्य कारण वहां हुई बारिश है. वहीं, मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक बुधवार को भी कई जगहों पर हल्की बारिश की संभावना है. इसके अलावा, दिल्ली के मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव हो रहा है. बुधवार को बादल छाए रहने के साथ ही दिन और रात के तापमान में कमी आने की संभावना है. हालांकि, एक दिन के राहत के बाद फिर सूरज की तपिश झेलनी पड़ सकती है.
वहीं, हरियाणा में अप्रैल महीने में ही तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है. मौसम विभाग पहले ही इस बार अधिक गर्मी पड़ने का पूर्वानुमान जता चुका है. मगर मौसम विज्ञानियों की मानें तो आने वाले दो दिनों में राहत मिल सकती है. हल्की बूंदाबांदी और तेज हवा से तापमान कुछ नीचे गिर सकता है. 7 अप्रैल को बीच-बीच में तेज हवाएं चलने, गरज चमक के साथ कहीं-कहीं छिटपुट बूंदाबांदी होने तथा 8 अप्रैल से फिर से राज्य में मौसम खुश्क संभावित है. ऐसे में आइये निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट वेदर के अनुसार आगामी 24 घंटों के मौसम पूर्वानुमान-
देशभर में बने मौसमी सिस्टम
जम्मू कश्मीर और आसपास के क्षेत्र में एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है. उत्तर पश्चिम राजस्थान में एक प्रेरित चक्रवाती सर्कुलेशन है. पश्चिम उत्तर प्रदेश में एक ट्रफ चक्रवाती सर्कुलेशन से हरियाणा और दिल्ली में फैल रहा है. बांग्लादेश में एक चक्रवात चल रहा है. पश्चिम मध्य अरब सागर के ऊपर एक एंटी-साइक्लोन है. उत्तर-दक्षिण ट्रफ दक्षिण केरल से मध्य महाराष्ट्र तक तटीय और उत्तर आंतरिक कर्नाटक तक फैला हुआ है.
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
अगले 24 घंटों के दौरान ऊपरी हिमपात के साथ पश्चिमी हिमालय के कई हिस्सों में बारिश और गरज के साथ बारिश होने का अनुमान है. जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में ओलावृष्टि हो सकती है. पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान के साथ-साथ उत्तर-पश्चिम के कुछ हिस्सों में आंधी-तूफान, धूल भरी आंधी और बारिश हो सकती है.
दिल्ली में आंधी आ सकती है. धूल भरी आंधी के दौरान उत्तरी मैदानी इलाकों में हवा की गति 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ सकती है. केरल, तमिलनाडु के तटीय भागों, तटीय कर्नाटक और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश हो सकती है. हीटवेव राजस्थान और विदर्भ के कुछ हिस्सों में हो सकती है.
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