
देश के कई हिस्सों में इन दिनों मानसून पूरी तरह सक्रिय नजर आ रहा है. कई इलाकों में रुक-रुक कर हो रही बारिश ने मौसम को राहतभरा तो बना दिया है, लेकिन कुछ राज्यों में बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति भी उत्पन्न हो गई है. मौसम विभाग (IMD) के पूर्वानुमान के अनुसार, 28 अगस्त से 1 सितंबर तक दिल्ली‑एनसीआर में लगातार गरज के साथ बारिश जारी रहेगी. इस दौरान दिन में उमस बनी रहेगी, लेकिन शाम व रात में बारिश राहत दे सकती है.
इसी तरह उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में भी भारी बारिश की संभावना है. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों में लगातार वर्षा के कारण लैंडस्लाइड का खतरा बढ़ गया है. वहीं, बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, और कर्नाटक जैसे राज्यों में भी मध्यम से भारी बारिश के संकेत हैं. देश के अलग-अलग हिस्सों में हो रही इस बारिश का असर जनजीवन, यातायात और कृषि कार्यों पर भी पड़ रहा है.
उत्तर भारत में बारिश का हाल
दिल्ली-एनसीआर में बारिश का सिलसिला लगातार बना हुआ है. 28 अगस्त से लेकर 1 सितंबर तक हर दिन गरज के साथ वर्षा की संभावना है. दिल्ली में यमुना का जलस्तर एक बार फिर खतरे के निशान को पार कर गया है, जिससे बाढ़ की आशंका बढ़ गई है. गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद जैसे क्षेत्रों में भी बारिश के साथ-साथ जलभराव और ट्रैफिक की समस्या उत्पन्न हो सकती है.
उत्तर प्रदेश में भी मौसम ने करवट ली है. प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों में हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई गई है. हालांकि तेज बारिश का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है. सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, अमरोहा और मुरादाबाद में हल्की बारिश हो सकती है. इसी प्रकार, रामपुर, पीलीभीत, बरेली, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, शाहजहांपुर, बदायूं, संभल, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, हापुड़, मेरठ, गाजियाबाद और बागपत में भी बूंदाबांदी की संभावना है. 29 और 30 अगस्त को मौसम सामान्य रहेगा, लेकिन 31 अगस्त से फिर बदलाव आ सकता है.
पंजाब और हरियाणा के कई क्षेत्रों में बीते दो दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है. कपूरथला जिले में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है और फिरोजपुर के नदी किनारे बसे गांवों को खाली कराया जा रहा है. पौंग और भाखड़ा बांध से पानी छोड़े जाने के कारण सतलुज, ब्यास और रावी नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है.
राजस्थान में दक्षिणी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है. कोटा और उदयपुर संभाग के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है.
बिहार में फिर होगी झमाझम बारिश
बिहार में फिलहाल बारिश थोड़ी थमी जरूर है, लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि अभी मानसून की विदाई में समय है, इसलिए अगले कुछ दिनों में फिर से बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी. पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान और सारण में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जबकि अन्य जिलों में सामान्य बूंदाबांदी का पूर्वानुमान है. खास बात यह है कि 30, 31 अगस्त और 1 सितंबर को कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है.
देश के अन्य हिस्सों का हाल
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हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में लगातार बारिश से भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है. पहाड़ी मार्गों पर यात्रा करने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
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मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के दक्षिणी हिस्सों में मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है. वहीं, विदर्भ, मराठवाड़ा, तेलंगाना और ओडिशा में भी बारिश की सक्रियता बनी हुई है.
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कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों, केरल और कोंकण-गोवा में अगले 24 घंटे के दौरान मध्यम से भारी बारिश की संभावना है. इन क्षेत्रों में मानसून अब भी पूरे प्रभाव में है.
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पूर्वोत्तर भारत, जिसमें सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, मणिपुर और असम शामिल हैं, वहां भी हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है.
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गुजरात, आंध्र प्रदेश, आंतरिक कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में भी मौसम बदला हुआ नजर आ रहा है, जहां बारिश की रफ्तार मध्यम रहेगी.
अगले 24 घंटों की पूर्वानुमानित गतिविधियां
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मध्यम से भारी बारिश: तटीय कर्नाटक, केरल, कोंकण-गोवा
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हल्की से मध्यम बारिश (कहीं-कहीं भारी बौछारों के साथ): ओडिशा, दक्षिण छत्तीसगढ़, तेलंगाना, विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य प्रदेश (कुछ हिस्से), राजस्थान, पश्चिमी यूपी, उत्तर हरियाणा, उत्तर पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड, लक्षद्वीप
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हल्की से मध्यम बारिश: पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, उत्तर छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, आंतरिक कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, अंडमान-निकोबार
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हल्की बारिश: पूर्वी यूपी, बिहार, झारखंड, गंगा-पश्चिम बंगाल, पश्चिम राजस्थान, लद्दाख, सौराष्ट्र-कच्छ, तमिलनाडु
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