नवंबर माह की शुरुआत हो चुकी है पर मौसम ने अपने करतब दिखाने बंद नहीं किए है. अभी हाल ही में अरब सागर में उठे तूफान 'क्यार्र"का असर अभी समाप्त नहीं हुआ था कि अब वहां एक और तूफान "महा" ने अपनी दस्तक दे दी है. मौसम विभाग के अनुसार वातावरण में हुई नमी की वजह से कई जगहों पर हल्की बूंदा-बांदी होने की संभावना है. मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ, ओडिशा, महाराष्ट्रा, कांकण, गोवा, आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों, केरल, तेलंगाना,कर्नाटक, तमिलनाडु और पुडुचेरी में हल्की बारिश के साथ ही तेज हवाएं चलने की उम्मीद है. ऐसे में आइए निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट के अनुसार जानते है आने वाले 24 घंटों के दौरान होने वाली मौसमी गतिविधियों के बारे में –
देश भर में बने मौसमी सिस्टम
चक्रवाती तूफान महा इस समय लक्षद्वीप के पास पहुँच गया है. 31 अक्टूबर को सुबह 8:30 बजे इसकी स्थिति 11 उत्तरी अक्षांश और 72.9 पूर्वी देशांतर पर थी. इसके साथ ही गोवा के तटों से एक ट्रफ केरल के दक्षिणी हिस्सों तक बन गया है. अगर बात करें, बांग्लादेश और इससे सटे हिस्सों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन गया है. एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पश्चिमी राजस्थान और इससे सटे इलाकों पर दिखाई दे रहा है.
अगले 24 घंटों के दौरान संभावित मौसमी गतिविधियां
लक्षद्वीप में भारी बारिश जारी रहेगी। इसके साथ ही केरल, कर्नाटक के तटों तथा लक्षद्वीप क्षेत्र पर समुद्र में स्थिति काफी खतरनाक होगी। कई हिस्सों में 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से हवाएँ चलने की उम्मीद जताई जा रही है. कुछ समय के लिए हवाओं की रफ्तार 60 किलोमीटर प्रतिघंटे तक जा सकती है. इसके साथ ही आंतरिक तमिलनाडु, केरल, तटीय कर्नाटक, दक्षिणी कोंकण व गोवा में भारी बारिश होने के आसार हैं. तेलंगाना, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, विदर्भ, मराठवाडा, मध्य महाराष्ट्र और दक्षिणी छत्तीसगढ़ में कुछ स्थानों पर मध्यम बारिश होने की उम्मीद है. राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों, गुजरात और दक्षिणी मध्य प्रदेश में हल्की बारिश के साथ कुछ स्थानों पर मध्यम बारिश होने की संभावना है. इसके अलावा जम्मू कश्मीर और पूर्वोत्तर भारत में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश के आसार दिखाई दे रहे हैं. दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण बेहद खराब श्रेणी में बना रहेगा.
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