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Success Story: हिमांशु नाथ एक हेक्टेयर में उगाते हैं 2470 क्विंटल गन्ना, सालाना टर्नओवर 1 करोड़ रुपये से ज्यादा!

Success Story of UP Farmer Himanshu Nath Singh: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के रहने वाले हिमांशु नाथ सिंह लगभग 10 हेक्टेयर में गन्ने की खेती करते हैं और एक हेक्टेयर से अधिकतम 2470 क्विंटल गन्ना प्राप्त कर चुके हैं. इस प्रकार 10 हेक्टेयर में गन्ने की खेती से उनका सालाना टर्नओवर 1 करोड़ रुपये से ज्यादा है.

विवेक कुमार राय
Progressive Farmer Himanshu Nath Singh
अपने गन्ने की फसल में प्रगतिशील किसान हिमांशु नाथ सिंह, फोटो साभार: कृषि जागरण

Success Story of Organic Farmer Himanshu Nath Singh: आज के समय में, जब कृषि क्षेत्र में चुनौतियां बहुत बढ़ गई हैं, तब ऐसे में हिमांशु नाथ सिंह जैसे प्रगतिशील किसान अपनी मेहनत, समर्पण और आधुनिक कृषि तकनीकों के द्वारा दूसरों के लिए एक प्रेरणा बन चुके हैं. उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के रहने वाले हिमांशु नाथ सिंह ने न केवल खेती के पारंपरिक तरीके अपनाए हैं, बल्कि आधुनिक कृषि यंत्रों, जैविक खादों और उन्नत बीजों का उपयोग करके अपनी खेती को सफल बनाया है. उनकी सफलता की कहानी किसानों के लिए आदर्श बन सकती है, जिसे हर किसान अपने जीवन में उतार सकता है.

प्रगतिशील किसान हिमांशु नाथ सिंह लगभग 10 हेक्टेयर में गन्ने की खेती करते हैं और एक हेक्टेयर से अधिकतम 2470 क्विंटल गन्ना प्राप्त कर चुके हैं. उन्हें उत्तर प्रदेश में गन्ने के उत्पादन में तीसरे स्थान पर आने के लिए पुरस्कार भी प्राप्त हो चुका है. ऐसे में आइए, हम प्रगतिशील किसान हिमांशु नाथ सिंह की सफलता की कहानी के बारे में विस्तार से जानते हैं-

पारंपरिक खेती से आधुनिक खेती की ओर

प्रगतिशील किसान हिमांशु नाथ सिंह के परिवार में करीब 40 सालों से गन्ने की खेती हो रही है. पहले उनके पिता जी गन्ने की खेती करते थे और आज के समय में हिमांशु जी भी उसी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं, लेकिन उन्होंने पारंपरिक तरीकों के साथ-साथ आधुनिक तकनीकों का भी इस्तेमाल करना शुरू किया है. हिमांशु नाथ का मानना है कि जब तक हम अपनी खेती में बदलाव नहीं लाएंगे, तब तक हम बेहतर परिणाम नहीं पा सकते.

Progressive Farmer Himanshu Nath Singh in sugarcane field
अपने गन्ने की फसल में प्रगतिशील किसान हिमांशु नाथ सिंह, फोटो साभार: कृषि जागरण

उन्होंने अपनी खेती में जैविक खाद, गोबर खाद, जीवा अमृत, घन जीवा अमृत जैसे प्राकृतिक उर्वरकों का प्रयोग शुरू किया. इसने न केवल उनकी मिट्टी की सेहत को बेहतर किया, बल्कि उत्पादन भी बढ़ाया. वे रासायनिक और जैविक खादों का मिश्रण करके खेती करते हैं, जिससे न केवल फसल की गुणवत्ता बेहतर होती है, बल्कि मिट्टी की उर्वरता भी बनी रहती है.

गन्ने की खेती में सफलता

गन्ने की खेती में हिमांशु जी की सफलता की सबसे बड़ी वजह है उनका सही समय पर बुआई, बुआई की विधि, पोषण प्रबंधन और उन्नत किस्मों का चयन करना. वे गन्ने की बुआई सितंबर के आखिरी सप्ताह से अक्टूबर तक करते हैं, जो उनके हिसाब से गन्ने के लिए सर्वोत्तम समय होता है. उनका मानना है कि गन्ने की बुआई के लिए सही समय का चयन बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि अगर यह समय चूक जाता है तो फसल अच्छी नहीं होती.

गन्ने के साथ फूलगोभी और पत्ता गोभी की सहफसली  खेती , फोटो साभार: कृषि जागरण
गन्ने के साथ फूलगोभी और पत्ता गोभी की सहफसली खेती , फोटो साभार: कृषि जागरण

वह गन्ने के साथ सहफसली खेती भी करते हैं, जैसे- आलू, बंद गोभी, फूलगोभी और सरसों आदि. ये सहफसलें न केवल उनके लिए अतिरिक्त आय का स्रोत बनती हैं, बल्कि खेतों की मिट्टी को भी उपजाऊ बनाती हैं. इसके अलावा, हिमांशु जी का खेतों में खाद डालने का तरीका भी अनोखा है. वे प्रति बीघा एक ट्रॉली गोबर खाद डालते हैं, जिससे उनकी फसल में उर्वरता बनी रहती है और उपज भी अच्छी होती है.

उन्नत गन्ने की किस्में और तकनीक

प्रगतिशील किसान हिमांशु नाथ सिंह गन्ने की उन्नत किस्मों की खेती करते हैं, जैसे- 0118, 14235, 16202, 15466, 14201, 15023, 18231 और 0238. ये किस्में न केवल ज्यादा उत्पादन देती हैं, बल्कि इनका रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बेहतर होता है. इसके साथ-साथ, हिमांशु नाथ गन्ने की बुआई के दौरान कतार से कतार के बीच दूरी 5 फीट की रखते हैं, जिससे पौधों को पर्याप्त जगह मिलती है और उनका विकास अच्छे से होता है. पौधों (बड) के बीच की दूरी भी एक फीट रखी जाती है. इस विधि से 90% जमाव होता है और 50% बीज की बचत भी होती है.

sugarcane farming
आधुनिक तरीके से गन्ने की खेती, फोटो साभार: कृषि जागरण

मिनी ट्रैक्टर का इस्तेमाल

कृषि में मशीनों का इस्तेमाल समय की बचत और कार्य की गुणवत्ता को बढ़ाने में मदद करता है. हिमांशु नाथ सिंह ने कृषि में मिनी ट्रैक्टर का इस्तेमाल करना शुरू किया है, जो उनके खेतों में काम करने के लिए काफी प्रभावी साबित हुआ है. गन्ने की फसल में कतार से कतार के बीच दूरी वे 5 फीट रखते हैं, जिस वजह से मिनी ट्रैक्टर से निराई-गुड़ाई और गन्ने की जड़ों पर मिट्टी चढ़ाने का काम बहुत आसानी से हो जाता है. इससे न केवल मजदूरी की बचत होती है, बल्कि समय भी बचता है और उनकी लागत में भी कमी आती है.

गन्ने का उत्पादन और मुनाफा

प्रगतिशील किसान हिमांशु नाथ की खेती में गन्ने का उत्पादन बहुत अच्छा होता है. वे 10 हेक्टेयर में गन्ने की खेती करते हैं और एक हेक्टेयर से अभीतक अधिकतम 2470 क्विंटल गन्ना प्राप्त कर चुके हैं. लागत और मुनाफे की बात करें तो, एक हज़ार रुपये की लागत पर 600 रुपये का मुनाफा होता है, यानी 100 रुपये के टर्नओवर में 40 रुपये लागत और 60 रुपये मुनाफा होता है. इस प्रकार 10 हेक्टेयर में गन्ने की खेती से उनका सालाना टर्नओवर 1 करोड़ रुपये से ज्यादा है.

Progressive Farmer Himanshu Nath Singh with Farmer
प्रगतिशील किसान हिमांशु नाथ सिंह अन्य किसानों के साथ, फोटो साभार: कृषि जागरण

किसानों को बीज बेचना और सहायता करना

प्रगतिशील किसान हिमांशु नाथ ने केवल अपनी खेती में ही सफलता नहीं पाई, बल्कि उन्होंने अपने आसपास के किसानों के लिए भी एक अच्छा उदाहरण प्रस्तुत किया है. वे गन्ने के बीजों को भी किसानों को बेचते हैं, ताकि अन्य किसान भी उन्नत बीजों से फसल उगा सकें. साथ ही, वे अन्य किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों के बारे में जानकारी देते हैं, ताकि वे भी अपनी खेती में सुधार कर सकें.

Progressive Farmer Himanshu Nath Singh with Awards
अवार्ड्स के साथ प्रगतिशील किसान हिमांशु नाथ सिंह, फोटो साभार: कृषि जागरण

राज्य सरकार से पुरस्कार और सम्मान

प्रगतिशील किसान हिमांशु नाथ की मेहनत और सफलता को देखते हुए हाल ही में उन्हें कृषि जागरण द्वारा MFOI Awards 2024 में ‘स्टेट अवार्ड’ से सम्मानित किया गया है. मीडिया और अन्य संस्थानों के अलावा, राज्य सरकार ने भी उनके कार्यों को सराहा है. उन्हें उत्तर प्रदेश में गन्ने के उत्पादन में तीसरे स्थान पर आने के लिए पुरस्कार प्राप्त हो चुका है.

यह पुरस्कार उनकी कड़ी मेहनत, समर्पण और कृषि के प्रति उनके जुनून का प्रतीक है. इस सम्मान से न केवल उन्हें प्रेरणा मिली, बल्कि उन्होंने यह साबित किया कि अगर सही दिशा में प्रयास किए जाएं, तो खेती से अच्छा मुनाफा भी प्राप्त किया जा सकता है.

प्रगतिशील किसान हिमांशु नाथ सिंह का इंटरव्यू देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें- Link

English Summary: UP farmer Himanshu grows 2470 quintal sugarcane in one hectare annual turnover 1 crore rupees Published on: 07 January 2025, 05:04 PM IST

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