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बिना बिजली और ईंधन के खेतों में पहुंच रहा नदी का पानी, जानिए कैसे?

किसानों की भलाई के लिए सरकार व जिले के कलेक्टर अपने-अपने स्तर पर कई बेहतरीन परियोजनाओं पर कार्य करते रहते हैं, जिससे किसानों को उनकी फसल का बाजार में अच्छा दाम प्राप्त हो सके. इन्हीं परियोजनाओं में से एक गिरदालपारा लिफ्ट इरिगेशन परियोजना है..

लोकेश निरवाल
बिना बिजली और ईंधन के खेतों में पहुंच रहा नदी का पानी
बिना बिजली और ईंधन के खेतों में पहुंच रहा नदी का पानी

फसल का अच्छा दाम पाने के लिए खेती का भी अच्छा होना बेहद जरूरी होता है. इसके लिए सिंचाई से लेकर अन्य कई जरूरी कामों को समय पर पूरा किया जाता है. सरकार की तरफ से भी किसानों को कई तरह के लाभ दिए जाते हैं, ताकि वह अपनी फसल से बाजार में अच्छा लाभ कमा सकें.

इसी क्रम में छत्तीसगढ़ के सुकमा के किसान गिरदालपारा लिफ्ट इरिगेशन परियोजना (Girdalpara Lift Irrigation Project) की सहायता से बिना बिजली-ईंधन के करीब 80 एकड़ जमीन पर सिंचाई (irrigation on the ground) कर अच्छा लाभ कमा रहे हैं. इस तरीके से किसान अपने खेत में धान के बाद विभिन्न फसलें प्राप्त कर रहे हैं.  

खेत से दोहरी फसल का लाभ (Benefits of double cropping from the field)

इस विषय में किसान परदेशी राम ने बताया कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था, कि वह अपने खेत से कभी दोहरी फसल का लाभ भी उठा पाएंगे. उन्होंने यह भी बताया कि पहले वह अपने खेत में बहुत ही सीमित क्षेत्र मात्रा में ही फसल उगा पाते थे. पहले बरसात के मौसम में भी फसल अच्छी नहीं होती थी, लेकिन अब इस लिफ्ट इरिगेशन सिस्टम के बेहतर तरीके के कारण खेत में अच्छी सिंचाई कर टमाटर, मिर्च आदि की फसल से लाभ कमा रहे हैं.

इन सभी उपलब्धियों का श्रेय जिले के कलेक्टर विनीत नंदनवार (Collector Vineet Nandanwar) को जाता है, जिन्होंने किसानों की परेशानियों को देखते हुए इस बेहतर तरीकों को सोचा और किसानों तक पहुँचाया है. जिन किसानों को यह लगता था कि वह अपने खेत में धान के अलावा कभी अन्य फसल का लाभ नहीं उठा पाएंगे, लेकिन आज जिले के कलेक्टर सहित जल संसाधन विभाग, कृषि विभाग और उद्यान विभाग के प्रयासों के कारण किसान अपने खेत में कई फसलों का लाभ उठाकर अच्छी कमाई कर रहे हैं.

बता दें कि जिले में किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए और साथ ही उद्योग मंत्री कवासी लखमा (Industries Minister Kawasi Lakhma) के मार्गदर्शन में कलेक्टर विनीत नन्दनवार द्वारा लिफ्ट इरिगेशन सिस्टम के प्रोजेक्ट पर तेजी से काम करना शुरू किया. इस लिफ्ट इरिगेशन सिस्टम को बिना ईंधन के चलाया जा सकता है. इसे चलाने के लिए मात्र पानी की गति ऊर्जा से ही खेत में किसानों को सिंचाई करनी की सुविधा प्राप्त हुई है. इस परियोजना को मलगेर नदी पर तैयार किया गया है. जहां से जिले के सभी किसानों को खेती के लिए सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है.

इस परियोजना से 24 घंटे पानी उपलब्ध (24 hours water is available from this project)

जैसे कि आप जानते हैं कि इस गिरदालपारा लिफ्ट इरिगेशन परियोजना में किसी भी तरह के ईंधन जैसे पेट्रोल, डीजल, मिट्टी तेल और बिजली का इस्तेमाल (use of electricity) नहीं किया जाता है. इसे केवल पानी की ऊर्जा से चलाया जाता है.

इसमें पानी को स्टोर करने के लिए करीब 1.5 किलोमीटर दूर तक 25-25 मीटर टंकी जिसकी गहराई 1.20 मीटर तक है. जिसमें छोटी नदियों की मदद से लगभग पूरे 80 एकड़ जमीन को सिंचित करने के लिए 24 घंटे पानी की उपलब्धता प्राप्त की जा सकती हैं. यह परियोजना किसान भाइयों के लिए बेहद किफायती है.

English Summary: River water reaching the fields without electricity and fuel Published on: 04 April 2022, 11:21 AM IST

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