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Success Story: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में रहने वाले प्रगतिशील किसान अभिषेक जैन ने खेती की दुनिया में अपना अलग नाम और पहचान बनाई है. "लेमन किंग" के नाम से मशहूर अभिषेक ने परंपरागत खेती को छोड़कर नींबू की खेती को अपनाया, जिसने उन्हें शानदार सफलता और आत्मनिर्भरता दिलाई है. अभिषेक नींबू की खेती (Lemon Farming) से सालाना 15 से 20 लाख रुपये तक की कमाई कर रहे हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में जबरदस्त सुधार हुआ है.
अपनी 30 एकड़ जमीन में से 8 एकड़ पर नींबू की खेती करने वाले अभिषेक का मानना है कि यह फसल न केवल कम लागत वाली है बल्कि एक स्थायी आय का स्रोत भी है. ऐसे में आइए प्रगतिशील किसान अभिषेक जैन की सफलता की कहानी विस्तार से जानते हैं-
नींबू की खेती में लागत और मुनाफे का गणित
कृषि जागरण से बातचीत में प्रगतिशील किसान अभिषेक जैन ने बताया कि नींबू की खेती एक ऐसा फायदेमंद विकल्प है, जिसे छोटे और बड़े किसान अपनाकर अच्छी कमाई कर सकते हैं. यदि पौधों को 18x18 फीट की दूरी पर लगाया जाए, तो एक एकड़ में लगभग 144 पौधे लगाए जा सकते हैं. हर पौधे से सालाना औसतन 100 किलो नींबू का उत्पादन मिलता है, जिससे एक एकड़ जमीन से लगभग 140 क्विंटल यानी 14 टन नींबू प्राप्त होता है. बाजार में नींबू का मूल्य मौसम और मांग के अनुसार 15 रुपये से 150 रुपये प्रति किलो तक होता है, जिससे किसान साल भर अच्छी कमाई कर सकते हैं.
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अभिषेक जैन ने आगे बताया कि नींबू की खेती में श्रमिक, खाद, सिंचाई और अन्य आवश्यकताओं पर लगभग 30 से 35 हजार रुपये प्रति एकड़ की लागत आती है. इसके बावजूद, उत्पाद की अधिक मांग और बढ़ती कीमतों के कारण यह फसल किसानों को सालाना एक अच्छा मुनाफा देने में सक्षम है. मैं स्वयं नींबू की खेती से सालाना 15 से 20 लाख रुपये तक की कमाई कर रहा हूं, जिससे मेरी आर्थिक स्थिति में अच्छा सुधार हुआ है.
नींबू की खेती की बारीकियां
अभिषेक जैन की मेहनत और उनके समर्पण ने ही उन्हें "लेमन किंग" के रूप में पहचान दिलाई है. उन्होंने नींबू की खेती (Lemon Farming) की बारीकियों पर ध्यान दिया है और अपने अनुभव से सीखा है कि किस तरह से पौधों की देखभाल करनी चाहिए.
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वे नियमित रूप से अपने पौधों में खाद, सिंचाई, और कटाई-छंटाई का कार्य करते हैं. वे नियमित रूप से मिट्टी की जांच करते हैं और उचित मात्रा में जैविक खादों का उपयोग करते हैं, जिससे फसल की गुणवत्ता और उत्पादन में सुधार हो सके.
"लेमन किंग" बनने का सफर और प्रेरणा
अभिषेक जैन ने बताया कि बचपन से खेती में विशेष रुचि नहीं थी, लेकिन पिता जी के स्वर्गवास होने के बाद खेती में हाथ आजमाया. इस दौरान उन्होंने नींबू की खेती (Lemon Farming) के बारे में गहनता से अध्ययन किया और पाया कि यह एक ऐसी नगदी फसल है, जिसमें कम लागत में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है.
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शुरू में उन्हें इस दिशा में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जैसे फसल का उचित रखरखाव और बाजार में सही कीमत मिलना. लेकिन अपनी मेहनत और धैर्य के बलबूते पर उन्होंने नींबू की खेती में महारत हासिल की और धीरे-धीरे सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए.
भविष्य की योजनाएं
अभिषेक जैन अपनी इस सफलता को और विस्तार देना चाहते हैं. उनका उद्देश्य है कि वे अधिक से अधिक किसानों को नींबू की खेती (Lemon Farming) के प्रति जागरूक करें और उन्हें इसके लाभों के बारे में बताएं. वे चाहते हैं कि अन्य किसान भी परंपरागत खेती से आगे बढ़कर इस तरह की नगदी फसलों को अपनाएं, ताकि उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो सके.
साथ ही, अभिषेक जैन जैविक खेती के प्रचारक भी हैं. वे रासायनिक उर्वरकों के बजाय जैविक खादों और कीटनाशकों का उपयोग करने पर जोर देते हैं, ताकि उनकी फसल स्वास्थ्यवर्धक और उच्च गुणवत्ता वाली हो.
अभिषेक की प्रेरणा से किसानों का नया दृष्टिकोण
अभिषेक की सफलता ने आसपास के कई किसानों को नींबू की खेती की ओर आकर्षित किया है. जहां पहले किसान केवल पारंपरिक फसलों पर निर्भर थे, अब वे नगदी फसलों के फायदों को समझने लगे हैं. अभिषेक के खेत में जाने वाले किसान उनके तरीकों को देखकर प्रेरित होते हैं और उनसे नींबू की खेती के गुर सीखते हैं.
अभिषेक जैन की यह यात्रा अन्य किसानों के लिए एक प्रेरणादायक कहानी बन गई है, जिससे न केवल उन्हें आर्थिक आत्मनिर्भरता मिली है बल्कि सम्मान और पहचान भी.
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