1. Home
  2. सफल किसान

90 दिन में मूली की पैदावार कर पंजाब के किसान ने बनाया नया रिकॉर्ड

आज देश के कई किसान परंपरागत खेती से हटकर आधुनिक तरीके से खेती कर किसानों को तरक्की का मुकाम दिलाने में सहायता कर रहे है. कुछ इसी तरह की मिसाल पेश की है श्याम जी मिश्र ने जोकि शिक्षक से किसान बने है. दरअसल मूली की खेती से उन्होंने एक नया रिकॉर्ड बनाया गया है. उन्होंने 85 से 90 दिन में मात्र ढाई किलो की मूली को पैदा किया है. इससे उन्हें 25 हजार रूपये प्रति बीघा मुनाफा होगा. आज उनकी इस कामयाबी को देखकर कई किसान इसकी ओर बढ़ते जा रहे है. इससे उनको 25 हजार बीघा मुनाफा भी प्राप्त हो रहा है. आज उनकी कामयाबी को देखकर बहुत किसान इस दिशा की ओर बढ़ रहे है.

किशन

आज देश के कई किसान परंपरागत खेती से हटकर आधुनिक तरीके से खेती कर किसानों को तरक्की का मुकाम दिलाने में सहायता कर रहे हैं. कुछ इसी तरह की मिसाल पेश की है श्याम जी मिश्र ने जोकि शिक्षक से किसान बने हैं. दरअसल मूली की खेती से उन्होंने एक नया रिकॉर्ड बनाया है. उन्होंने 85 से 90 दिन में मात्र ढाई किलो की मूली को पैदा किया है. इससे उन्हें 25 हजार रूपये प्रति बीघा मुनाफा होगा. आज उनकी इस कामयाबी को देखकर कई किसान इसकी ओर बढ़ते जा रहे है. इससे उनको 25 हजार बीघा मुनाफा भी प्राप्त हो रहा है. आज उनकी कामयाबी को देखकर बहुत किसान इस दिशा की ओर बढ़ रहे है.

radish

पेश की आधुनिक खेती की मिसाल

श्याम जी मिश्र ने आज आधुनिक खेती की जिस मिसाल को पेश किया है. वह किसानों की तरक्की का रास्ता बन सकती है. यहां पर परंपरागत गेहूं, धान आर गन्ना आदि खेती से हटकर उन्होंने मूली की खेती शुरू की है. श्याम जी बताते हैं कि वह पंजाब गए थे वहां उनकी मुलाकात मूली की खेती करने वाले किसान से हुई. मूली के उत्पादन और बाद में मुनाफे की बात को सुनकर करतार सिंह से ही वह मूली के बीज को लेकर आए है. उन्होंने एक बीघा में करीब साढ़े सात सौ ग्राम बीज को लगाया. चार एकड़ मूली की बुवाई की. जो 90 दिन में ही तैयार हो गई है. श्याम जी कहते हैं कि पंजाब में बीज को खरीदते समय उनको औसतन 400 क्विंटल प्रति बीघा मूली का उत्पादन बताया गया था.

हर मूली का वजन ज्यादा

उनके खेत में उगने वाली हर मूली ढाई से तीन किलो की है, इस हिसाब से देखें तो उनको प्रति बीघा के हिसाब से करीब 600 से 700 क्विंटल उत्पादन की संभावना है. बुवाई से फसल तैयार होने तक प्रति बीघा करीब छह से सात बीघा लागत लगी है. लेकिन कंपनी से हुए समझौते के मुताबिक तैयार फसल की कीमत प्रति बीघा 30 से 32 हजार रूपये लागत होगी.

आयुर्वेदिक कंपनी खरीदती है मूली

मूली की फसल को आयुर्वेदिक दवा कंपनी खरीद लेती है. फसल की बुवाई के समय पर ही एग्रीमेंट हो जाता है. श्याम जी से हुए एग्रीमेंट के मुताबिक दवा कंपनी पत्तों समेत दो रूपये किलो मूली को खरीदेगी. खुदाई के शुरू होते ही दवाई कंपनी का प्रतिनिधि इसकी तैल करने आएगा. बाद में यह सूख जाएगी जिसके बाद उसके टुकड़े को जला दिया जाएगा और कंपनी जली हुई मूली की राख ले जाएगी.

English Summary: Farmers in UP earn bumper by planting radish in the field, huge profits Published on: 30 August 2019, 05:06 PM IST

Like this article?

Hey! I am किशन. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News