बिहार के पूर्णिया जिले में किसान अब अपनी खेती का ट्रेंड बदलने लगे है. दरअसल अब वे परंपरागत फसलों के साथ ही नकदी फसलों की खेती भी बड़े पैमाने पर करने पर कर रहे है. इससे उनको अच्छा लाभ भी हो रहा है.
यहां पर पूर्णिया जिले के धमदाहा प्रखंड के किसान फूलों की खेती करके काफी ज्यादा लाभ भी कमा रहे है. आज सैकड़ों किसान यहां पर फूलों की खेती से जुड़ चुके है.सबसे खास बात तो यह है कि यह महिला सशक्तिकरण के लिए भी बेहद ही बड़ा माध्यम बनता जा रहा है. आज इस खेती के सहारे महिलाएं भी पुरूषों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर जुड़ती ही जा रही है.
आज 50 किसान कर रहे फूल की खेती
यहां पूर्णिया के धमदाहा के सैकड़ों किसान फूलों की खेती से जुड़ चुके है. सबसे खास बात है कि यह महिला सशक्तिकरण का भी बड़ा माध्यम बनता जा रहा है, दरअसल इस खेती में भी महिलाएं पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है और वह काफी अच्छी आय पा रही है. धमदाहा के डुमारिया गांव के 50 किसान 40 एकड़ जमीन पर गेदें की फूल की खेती करने का कार्य कर रहे है.
वैल्यू एडिशन से मुनाफा
यहां पर महिला किसान संगीत देवी कहती है कि उन्होंने भी करीब एक एकड़ में गेंदा के फूल की खेती को किया था. वह बताती है कि खेती के लिए वह इसमें वैल्यू एडिशन करती है, फूल तोड़कर माला गूंधती है, उनके पति बाजार में फूलों को बेचते है जिससे उनको बेहतर मुनाफा होता है. उन्होंने बताया कि एक साल में वह चार तरह की फूलों की खेती करने का कार्य करते है.
ऑनलाइन होती फूलो की बिक्री
फूलों की खेती करने वाले अजयदास कहते है कि अब वह लोग ऑनलाइन भी फूलों की बिक्री करने में लगे हुए है.इससे उनको काफी बेहतर मुनाफा होता है. उन्होंने कहा कि फूलों की खेती करने से उनके गांव की सैकड़ों महिलाएं जुड़ती ही जा रही है उनको रोजगार के साथ अच्छी आमदनी हो रही है.
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