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गांव के लोग सरकारी मदद से शुरू करें ये एग्रीकल्चर बिजनेस, हर महीने कमाएं लाखों रुपए

अगर आप बिजनेस आइडिया (Business Idea) की तलाश कर रहे हैं, तो आज हम फिर आपके लिए एक नया बिजनेस आइडिया (New Business Idea) लेकर आए हैं, जो कृषि क्षेत्र से जुड़ा है. अगर आप गांव के निवासी हैं, तो इस बिजनेस को आसानी से शुरू करते हैं, तो इस बिजनेस में मात्र 25 से 30 हजार रुपए की राशि लगाकर अच्छी कमाई (Earn Money) कर सकते हैं.

कंचन मौर्य
Agriculture Business Idea
Agriculture Business Idea

अगर आप बिजनेस आइडिया (Business Idea) की तलाश कर रहे हैं, तो आज हम फिर आपके लिए एक नया बिजनेस आइडिया (New Business Idea) लेकर आए हैं, जो कृषि क्षेत्र से जुड़ा है. अगर आप गांव के निवासी हैं, तो इस बिजनेस को आसानी से शुरू करते हैं, तो इस बिजनेस में मात्र 25 से 30 हजार रुपए की राशि लगाकर अच्छी कमाई (Earn Money) कर सकते हैं.

खास बात यह है कि इस बिजनेस के लिए सरकार की तरफ से 50 प्रतिशत तक सब्सिडी भी जाती है. जैसा कि हम जानते हैं आज के समय में मोती की खेती (Pearl Farming) पर अधिकतर लोगों का फोकस है. इसकी खेती से कई लोग लखपति (Profitable Business) बन चुके हैं. तो आइए आपको जानकारी देते हैं कि मोती की खेती का बिजनेस कैसे शुरू किया जा सकता है.

मोती की खेती में किन चीजों की जरूरत होगी? (What are the requirements for pearl farming?)

अगर आप मोती की खेती (Pearl Farming) करना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको तीन चीजों की जरूरत होगी.

  1. तालाब

  2. सीप (जिससे मोती तैयार होता है)

  3. ट्रेनिंग

आपको इन तीन चीजों की जरूरत होती है. आप तालाब चाहें, तो खुद के खर्च पर खुदवा सकते हैं या फिर सरकार द्वारा 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है. इसके साथ ही सीप कई राज्यों में मिलते हैं. हालांकि, दक्षिण भारत और बिहार के दरभंगा के सीप की क्वालिटी अच्छी मानी जाती है. इसके अलावा मोती की खेती (Pearl Farming) की ट्रेनिंग के लिए भी देश में कई संस्थान हैं. आप चाहें, तो मध्यप्रदेश के होशंगाबाद और मुंबई से मोती की खेती (Pearl Farming) की ट्रेनिंग ले सकते हैं.

कैसे करें मोतियों की खेती? (How to do pearl farming?)

  • सबसे पहले सीपियों को एक जाल में बांधा जाता है फिर 10 से 15 दिन के लिए तालाब में डाल दिया जाता है, ताकि वो अपने मुताबिक अपना एनवायरमेंट क्रिएट कर सकें.

  • इसके बाद उन्हें बाहर निकालकर उनकी सर्जरी की जाती है. यानि सीप के अंदर एक पार्टिकल या सांचा डाला जाता है.

  • इस सांचे पर कोटिंग के बाद सीप लेयर बनाए जाते हैं, जो आगे चलकर मोती बनते हैं.

मोती की खेती में लागत (Cost of pearl farming)

आपको बता दें कि एक सीप के तैयार होने में करीब 25 से 35 रुपए तक की लागत लगती है. वहीं, इसके तैयार होने के बाद एक सीप से दो मोती निकलते हैं. अगर आप एक एकड़ के तालाब में 25 हजार सीपियां डालते हैं, तो इस पर करीब 8 लाख रुपए तक की लागत लगेगी.

मोती की खेती से मुनाफा (Profit from pearl farming)

एक मोती कम से कम 120 रुपए में बिकता है. अगर मोती की क्वालिटी अच्छी है, तो इसकी कीमत  200 रुपए से भी ज्यादा मिल सकती है. मान लीजिए कि सीप तैयार करते समय कुछ सीप बर्बाद हो गए और 50 प्रतिशत से ज्यादा सीप सुरक्षित निकल आए, तो इससे आपको सालाना आसानी से करीब 30 लाख रुपए तक की कमाई होगी.

इस तरह आप मोती की खेती से काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. ये बिजनेस आइडिया आपके बहुत काम आ सकता है, इसलिए आप इस बिजनेस को कम लागत में आसानी से शुरू कर सकते हैं.

English Summary: Start pearl farming business with government help Published on: 09 October 2021, 03:54 PM IST

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