1. Home
  2. विविध

बिहार के इस गांव में नहीं है कोई बेरोजगार, महिलाएं देती हैं पुरुषों को रोज़गार

यह गांव अब कोई परिचय का मोहताज नहीं है. 4000 हजार की आबादी वाले इस गांव में तकरीबन साढ़े सात सौ एकड़ जमीन पर सब्जी की खेती होती है.

डॉ. अलका जैन

बिहार के नक्सल प्रभावित शिवहर जिले में एक अनोखा गांव है, जहां महिलाएं खेती करती हैं. अपनी मेहनत से इन महिला किसानों ने पूरे उत्तर बिहार में एक अलग पहचान बनाई है. गांव की महिलाओं ने खेती के बदौलत न सिर्फ गांव को विकसित कर दिया है

बल्कि गांव का कोई भी पुरुष बेरोजगार भी नहीं है. इस गांव में खेतों से आपको महिला सशक्तिकरण का रंग देखने को मिलेगा.

शिवहर जिले के शिवहर प्रखंड का कोठिया गांव

यह गांव अब कोई परिचय का मोहताज नहीं है. 4000 हजार की आबादी वाले इस गांव में तकरीबन साढ़े सात सौ एकड़ जमीन पर सब्जी की खेती होती है.

इसे पढ़िए - कृषि कर्म में भारतवर्ष के महिला किसानों का योगदान

महिलाएं  सुबह अपने खेतों से सब्जी तोड़ती हैं और उसे बेचने के लिए बाजार में भेज देती हैं. यहां की सब्जी शिवहर के विभिन्न बाजारों के अलावा पड़ोसी जिले सीतामढ़ी, मुजफ्फपुर और दरभंगा समेत कई शहरों में भेजी जाती है.

गांव की महिलाओं द्वारा किसान क्लब के गठन के बाद   उसमें सैकड़ों महिलाएं जुड़ गईं. फिर आधुनिक खेती के जरिये महिलाओं ने अपने भाग्य संवारने का निर्णय लिया. महिलाओं की इस बेहतरीन काम के लिए सरकार से भी समय- समय पर कम ही सही लेकिन मदद मिलती है. कहा जा रहा है कि गांव की ये महिलाएं किसान वर्मी कम्पोस्ट, मिश्रित खेती और श्रीविधि खेती से परम्परागत खेती में भी महारत हासिल कर चुकी हैं.

English Summary: There is no unemployed in this village of Bihar, women give employment to men Published on: 14 May 2022, 02:22 PM IST

Like this article?

Hey! I am डॉ. अलका जैन . Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News