बाजरा एक मोटे किस्म का अनाज है. यह भारत सहित कई एशियाई और अफ्रीकी देशों में पाया जाता है. बाजरा सदियों से मनुष्य और जानवरों के आहार का हिस्सा बना हुआ है. भारत में इसकी खेती गर्म राज्यो जैसे की राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश व महाराष्ट्र में की जाती है. बाजरा में बहुत से विटामिन और खनिज पाए जाते हैं, जो हमारी सेहत को स्वस्थ रखते हैं.
सामग्री
बाजरे के मोमोस बनाने के लिए आपको 500 गाम गेहूं का आटा, 2 टी स्पून सरसों का तेल, नमक, पानी (गूंधने के लिए), लहसुन, बारीक कटा हुआ प्याज, बंद गोभी, कद्दूकस किया हुआ गाजर, 1 टेबल स्पून सिरका ,1/2 टी स्पून कुटी हुई काली मिर्च,1 टेबल स्पून सोया और चिल्ली सॉस की आवश्यकता होती है
विधी
बाजरे के मोमोस बनाने के लिए सबसे पहले आप बाजरे के आटे को गूंथकर उसे 30 मिनट के लिए एक बर्तन में अलग रखकर ढक दें. अब एक पैन में तेल डालकर उस गर्म करें और उसमें कटे हुए लहसुन और प्याज डाल दें और कुछ दिन बाद कढ़ाई में गाजर और बंद गोभी को भी डालकर उसे हल्का भून लें.
कढ़ाई में अब सिरका, सोया सॉस, चिली सॉस, काली मिर्च और नमक को डालकर सभी चीजों को अच्छी तरह मिला दें. आपकी मोमोस की स्टफिंग बनकर तैयार हो गई है.
अब गुंथे हुए बाजर के आटे को लेकर इसे छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ लें और मोमोस का बाहरी कवर बनाने के लिए आटे के छोटे टुकड़े को पतले और गोल आकार में बेल लें. याद रखें कि इसकी गोलाई 4 या 5 इंच से ज्यादा की नहीं होनी चाहिए.
अब पहले से तैयार मसाले को गोल आटे में रखकर बंद कर दें और आटे को बंद करते हुए उसे मोमोस का आकार दे दें. अब करीब 10 से 12 मिनट तक बाजरे के आटे के मोमोस को भांप में पकाएं. बस आपका बाजरे का मोमोस बनकर तैयार है, इसे आप गर्मागरम रेड चिली सॉस के साथ सर्व कर सकते हैं.
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बाजरे के फायदे
बाजरे में पोटेशियम और मैग्नीशियम अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर के रक्त के प्रवाह को सुचारु करता है. मधुमेह के रोगियो के लिए इसका सेवन काफी सार्थक माना जाता है. महिलाओं को स्तन कैंसर की समस्या को कम करने के लिए आहार में बाजरा से बने खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए. इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जो स्तन कैंसर की समस्या से छुटकारा दिलाती है. कुछ शोध में यह पाया गया है कि अगर बच्चे को पहले से अस्थमा है तो उसे नियमित रुप से बाजरा खिलाते रहें. इससे अस्थमा धीरे-धीरे ठीक होने लगता है.
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