Soil Scientist: वैसे तो करियर के बहुत सारे ऑपशन हैं. लेकिन, अगर आप भी मिट्टी में दिलचस्पी रखते हैं या आपको मिट्टी की खुशबू भाती है, तो आप एक सॉइल साइंटिस्ट बन सकते हैं. एक सॉइल साइंटिस्ट बनने के लिए आपको इसकी पढ़ाई भी करनी होगी. इस खबर में हम आपको बताएंगे की अगर आप एक सॉइल साइंटिस्ट बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको क्या करना होगा, किस विषय की पढ़ाई करनी होगी, आप किस कॉलेज में एडमिशन ले सकते है, आपका वेतन किताना होगा आदि. आइए विस्तार से इसके बारे में जानते हैं.
क्या पढ़ाया जाता है?
सॉइल साइंटिस्ट की पढ़ाई के दौरान छात्रों को सॉयल फॉर्मेशन, क्लासिफिकेशन, मैपिंग आदि से अवगत करवाया जाता है. पूरे कोर्स के दौरान उन्हें बहुत सी चीजों के बारे में सीखाया जाता है. जैसे मिट्टी कैसी है, इस पर कौन सी फसल अच्छी उगेगी, इसे किस तरह के ट्रीटमेंट की जरूरत है, इसका इस्तेमाल खेती के लिए हो सकता है या फॉरेस्ट्री के लिए या किसी और काम के लिए. पढ़ाई के दौरान छात्रों को कई तरह के एक्सपेरिमेंट भी करवाए जाते हैं.
क्या है पात्रता? (soil scientist eligibility)
अगर आप भी इस फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो इसके लिए ये जरूरी है की 12वीं में आपने ज्योग्राफी के विषय में पढ़ाई की हो. वहीं, अगर आपने साइंस विषयों से पढ़ाई की है, तो आप एग्रीकल्चर या जियोलॉजी में बैचलर्स की डिग्री (बीएससी एग्रीकल्चर या जियोलॉजी) ले सकते हैं. सॉयल साइंस की बैचलर डिग्री कोर्स में आप आसानी से एडमिशन ले सकते हैं. इसके बाद आप मास्टर्स डिग्री चुन सकते हैं या पीएचडी या एम.फिल भी कर सकते हैं.
पढ़ाई के लिए टॉल के कॉलेज (colleges for soil science)
-
जो छात्र सॉइल साइंटिस्ट बनना चाहते हैं, वे नीचे दिए गए कॉलेजों में एडमिशन ले सकते हैं. ये देश में सॉइल साइंटिस्ट की पढ़ाई कराने वाले टॉप 10 कॉलेज हैं.
-
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई, दिल्ली)
-
सैम हिगिनबॉटम कृषि, प्रौद्योगिकी और विज्ञान संस्थान (इलाहाबाद)
-
सेंचुरियन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (सीयूटीएम, भुवनेश्वर)
-
कृषि महाविद्यालय, पूना (सीओए)
-
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू)
-
पंजाब कृषि संस्थान (पीएयू)
-
बिहार कृषि विश्वविद्यालय
कैसे होता है एडमिशन
हर कॉलेज के द्वारा अपने-अपने प्रवेश के नियम होते हैं, कुछ कॉलेज प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं, जबकि कुछ कॉलेज बारहवीं के मार्क्स के आधार पर एडमिशन देते हैं. अधिकांश अच्छे कॉलेजों में प्रवेश परीक्षा के आधार पर ही चयन होता है. अब इसका निर्धारण सीयूईटी यूजी और पीजी परीक्षा द्वारा भी किया जा सकता है. इसके लिए, आपको चुने हुए कॉलेज या कोर्स के बारे में उसकी वेबसाइट पर जाकर विस्तार से जानकारी लेनी होगी.
इन पदों पर कर सकते हैं काम
पढ़ाई पूरी होने के बाद आप इन पदों पर काम कर सकते हैं – मृदा विज्ञानी, प्रोफेसर, मृदा जलविज्ञानी, पारिस्थितिकीविद, पर्यावरण वैज्ञानिक, भूविज्ञानी, जलविज्ञानी, वैज्ञानिक प्रयोगशाला तकनीशियन, मृदा संरक्षण तकनीशियन.
कितनी मिलेगी सैलरी (soil scientist salary)
पढ़ाई पूरी करने के बाद अगर आपकी नौकरी लगती है तो आपकी सैलरी आपके पद और उस संस्थान के आधार पर निर्भर करती है, जहां आप काम कर रहे हैं. आम तौर पर, इसकी शुरुआती सीमा महीने के 20 से 30 हजार रुपये होती है, जो आगे बढ़कर 5 से 6 लाख रुपये तक पहुंच जाती है.
Share your comments