केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर नई दिल्ली के पूसा परिसर में किसानों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने किसानों की भूमिका, कृषि सुधार और सरकार की नीतियों पर चर्चा की. केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "किसान हमारे भगवान हैं और उनकी सेवा करना भगवान की सेवा के समान है." मंत्री ने किसानों को उनकी उपज के लिए उचित मुआवजा सुनिश्चित करने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) जैसी पहलों के माध्यम से सशक्त बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया.
किसानों के लिए सरकार की योजनाएं
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि सरकार किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य दिलाने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) जैसी योजनाओं पर काम कर रही है. उन्होंने किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाने और प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया. इसके अलावा, प्राकृतिक खेती और फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया.
बिचौलियों को खत्म करने की योजना
चौहान ने सरकार के "खेत से उपभोक्ता" मॉडल पर प्रकाश डाला. इस मॉडल का उद्देश्य किसानों को बिचौलियों से बचाकर सीधे उपभोक्ताओं को अपनी उपज बेचने में सक्षम बनाना है. इससे किसानों को उनकी मेहनत का अधिक मुनाफा मिल सकेगा. उन्होंने कहा, "यह मॉडल किसानों को आत्मनिर्भर बनाएगा और उन्हें बेहतर आर्थिक स्थिति में लाएगा."
टिकाऊ कृषि पद्धतियां और जागरूकता
मंत्री ने टिकाऊ कृषि पद्धतियों को अपनाने और इससे जुड़ी पहलों की जानकारी दी. इनका उद्देश्य न केवल उत्पादकता बढ़ाना है, बल्कि किसानों की लाभप्रदता को भी सुनिश्चित करना है. उन्होंने प्राकृतिक खेती और पर्यावरण के अनुकूल कृषि तकनीकों की चर्चा करते हुए कहा कि इनसे खेती को टिकाऊ और भविष्य के लिए सुरक्षित बनाया जा सकता है.
गणतंत्र दिवस पर किसानों का सम्मान
गणतंत्र दिवस समारोह में किसानों को शामिल करने पर चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा, "किसान भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं. उनके योगदान के बिना देश की प्रगति संभव नहीं है." चौहान ने कहा, "खेती भारत की आत्मा है. कारखाने माल का उत्पादन कर सकते हैं, लेकिन केवल किसान ही फल, सब्जियां और अनाज उगा सकते हैं." उन्होंने कृषि को भारत की संस्कृति और समृद्धि का आधार बताया.
समृद्ध किसान, समृद्ध भारत: शिवराज सिंह चौहान
अंत में, चौहान ने कहा कि सरकार किसानों की समस्याओं को दूर करने और उनकी आय बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा, "समृद्ध भारत के लिए समृद्ध किसान आवश्यक हैं." सरकार किसानों के हित में सक्रियता से काम कर रही है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और देश की प्रगति में योगदान दे सकें. केंद्र सरकार की यह पहल भारतीय कृषि और किसानों के भविष्य को सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
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