पंतनगर विश्वविद्यालय के मधुमक्खी शोध एवं प्रशिक्षण केन्द्र द्वारा आज से ‘मौन पालन : मौलिक सिद्धांत एवं प्रबंधन’ विषय पर एक सप्ताह का प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारम्भ किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में ऊधमसिंह नगर जिले के चयनित गांवों के किसान एवं बेरोजगार युवाओं को मौन पालन के विभिन्न आयामों पर प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण के अन्तर्गत 7 दिनों में विश्वविद्यालय के कीट विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों एवं राज्य व केन्द्र सरकार के अधिकारियों द्वारा विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिए जाएंगे, जिनके द्वारा मधुमक्खी की विभिन्न प्रजातियों, मौनालय की स्थापना हेतु उपयुक्त स्थान, मौन वंशों का पारिवारिक चक्र, मौन पालन हेतु उपयुक्त मौनचर, मौन पालन का फसल, सब्जी एवं फलों के उत्पादन में महत्व, मौन वंशों का विभिन्न मौसमों में प्रबंधन के साथ-साथ अन्य कई विषयों की जानकारी भी दी जाएगी।
जिला उद्यान अधिकारी द्वारा मौन पालन हेतु सरकारी संस्थाओं व उनके कार्यक्रम एवं योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षण में सफल प्रतिभागियों को अंतिम दिन यानिकि 16 जुलाई 2018 को निदेशक प्रसार शिक्षा, डॉ. वाई.पी.एस डबास; निदेशक शोध, डॉ. एस.एन तिवारी व निदेशक संचार, डॉ. एस.के बंसल द्वारा प्रमाण-पत्र प्रदान किए जाएंगे। यह प्रशिक्षण भारत सरकार के राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड, नई दिल्ली, के एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केन्द्र द्वारा प्रायोजित किया जा रहा है, जिसका संचालन कीट विज्ञान विभाग के प्राध्यापक, डॉ. एम.एस. खान, द्वारा किया जा रहा है।
Share your comments