1. Home
  2. ख़बरें

‘गल्फूड 2021’ में ट्रेडोलॉजी 21 से 25 फरवरी, 2021 तक दिखाएगा भारत की ताकत

वर्तमान आयात-निर्यात व्यापार को डिजिटल बनाने के मकसद से स्थापित किया गया भारत का अगली पीढ़ी का अग्रणी बी2बी व्यापार एवं डिजिटल ग्लोबल सोर्सिंग प्लेटफॉर्म ट्रेडोलॉजी यूएई के दुबई में आयोजित होने वाली व्यापार प्रदर्शनी ‘गल्फूड 2021’ में खाद्य उत्पादों, सामग्री, जिंसों एवं प्रसंस्कृत खाद्य के प्रमुख केंद्र के रूप में भारत की ताकत दिखाएगा. पांच दिन की यह प्रदर्शनी 21 से 25 फरवरी, 2021 तक दुबई के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में आयोजित होगी.

विवेक कुमार राय
Gulfood 2021
Gulfood 2021

वर्तमान आयात-निर्यात व्यापार को डिजिटल बनाने के मकसद से स्थापित किया गया भारत का अगली पीढ़ी का अग्रणी बी2बी व्यापार एवं डिजिटल ग्लोबल सोर्सिंग प्लेटफॉर्म ट्रेडोलॉजी यूएई के दुबई में आयोजित होने वाली व्यापार प्रदर्शनी ‘गल्फूड 2021’ में खाद्य उत्पादों, सामग्री, जिंसों एवं प्रसंस्कृत खाद्य के प्रमुख केंद्र के रूप में भारत की ताकत दिखाएगा. पांच दिन की यह प्रदर्शनी 21 से 25 फरवरी, 2021 तक दुबई के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में आयोजित होगी.

5,000 लोग अपने उत्पाद करते हैं प्रदर्शित

‘गल्फूड’ को दुनिया की सबसे बड़ी वार्षिक खाद्य एवं पेय व्यापार प्रदर्शनी माना जाता है. दुनिया भर से खाद्य एवं पेय उद्योग के प्रतिनिधि तथा पेशेवर इसमें हिस्सा लेने दुबई आते हैं. गल्फूड में हर वर्ष 192 देशों से करीब 1 लाख विशेषज्ञ आते हैं, इसमें हिस्सा लेने वालों को सभी महाद्वीपों में सामान की आपूर्ति आरंभ करने का अच्छा मौका मिल जाता है. इसे दुनिया के खाद्य उद्योग का वर्ष का प्रमुख आयोजन कहा जाता है. इसमें हर वर्ष पूरी दुनिया से करीब 5,000 लोग अपने उत्पाद प्रदर्शित करने आते हैं.

ब्राजील और भारत के निर्यातकों के लिए अच्छी संभावनाएं


ग्लोबल सोर्सिंग डिजिटल प्लेटफॉर्म ट्रेडोलॉजी डॉट कॉम के चेयरमैन और संस्थापक जे. के. अरोड़ा ने कहा, “संयक्त अरब अमीरात (यूएई) हॉन्गकॉन्ग और सिंगापुर के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा री-एक्सपोर्ट बाजार है. वहां खाद्य उत्पादों की मांग हर वर्ष 30 प्रतिशत बढ़ जाती है. फारस की खाड़ी के क्षेत्र, जिसमें बहरीन, कतर, कुवैत, ओमान और सऊदी अरब आते हैं,  में 90 प्रतिशत से अधिक खाद्य उत्पाद यूएई के रास्ते ही आयात किए जाते हैं. यूएई का बाजार प्रीमियम बाजार है और वहां पोल्ट्री तथा बीफ जैसे उत्पादों के आयात की बहुत अधिक क्षमता है. इस कारण ब्राजील और भारत के निर्यातकों के लिए वहां अच्छी संभावनाएं हैं.”

अरोड़ा ने कहा, “ट्रेडोलॉजी भारत के खाद्य उत्पादों और जैविक खाद्य (ऑर्गैनिक फूड) के केंद्र के रूप में पेश करेगा, जिनमें मसाले, चावल, गेहूं, चीनी, जौ, मोटे अनाज, मेवे, सब्जी, प्रसंस्कृत खाद्य एवं औषधीय पौधे शामिल होंगे. भारत ने 2019-20 में 37 अरब डॉलर के कृषि जिंसों का निर्यात किया था.”उन्होंने कहा, “ट्रेडोलॉजी के प्रतिनिधि और उसके सहयोगी भी इस कारोबारी कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, जिसमें सम्मेलन, संगोष्ठियां, बी2बी मुलाकातें शामिल हैं और जिनसे उन्हें नए कारोबारी साझेदार तलाशने में मदद मिलेगी.”

उन्होंने बताया, “ट्रेडोलॉजी और उसके सहयोगियों द्वारा दिखाए जाने वाले भारतीय खाद्य एवं कृषि उत्पादों में मांस, सब्जियां, खाद्य तेल एवं फ्रोजन फूड, गेहूं, चाय, कॉफी, चावल, चीनी, मसाले, मेवे तथा दालें शामिल हैं.”मजबूत तकनीकी ढांचे और पश्चिम एशिया में कारोबार की जानकारी रखने वाली मेहनती टीम की मदद से ट्रेडोलॉजी इस समय खाड़ी के आठ बड़े देशों में पैठ बनाने तथा वहां व्यापक स्तर पर इस्तेमाल होने वाली 16 बुनियादी जिंसों की जरूरत पूरी करने पर जोर दे रही है. इन जिंसों में कृषि जिंस, धातु और निर्माण उत्पाद शामिल हैं. इसके साथ ही कंपनी हितधारकों को ऐसा प्लेटफॉर्म मुहैया करा रही है, जो व्यापार में आजकल के चलन का अनुसरण करता है और पूछताछ से लेकर भुगतान तक सभी सेवाएं देता है ताकि वे पारदर्शी तथा किफायती तरीके से अंतरराष्ट्रीय कारोबार कर सकें.

ट्रेडोलॉजी के पास इस समय 65 देशों में खरीदार हैं और यह डिजिटलीकरण के जरिये कारोबारों की मदद कर रही है तथा सॉल्यूशन्स के जरिये विशेष व्यवस्था तैयार कर रही है ताकि अंतरराष्ट्रीय व्यापार समुदाय के सामने आ रही उन चुनौतियों से निपटा जा सके, जिनकी बात विशेषज्ञ भी कर रहे हैं. इसका उद्देश्य 2021 तक पूरी दुनिया में फैलना और आपूर्तिकर्ताओं के मजबूत नेटवर्क की मदद से 10 लाख से अधिक खरीदारों को सेवा प्रदान करना है.

कोविड से प्रभावित वर्ष में ट्रेडोलॉजी डॉट कॉम की वृद्धि जबरदस्त रही है और वित्त वर्ष 20-21 के पहले नौ महीनों में कंपनी ने Rs 16 अरब से अधिक की ग्रॉस मर्चन्डाइज वैल्यू हासिल कर ली है. कोविड ने पारंपरिक कारोबारी तौर-तरीकों पर जो प्रभाव डाला है, उसकी वजह से प्लेटफॉर्म पर दुनिया भर के निर्यातकों की सदस्यता तेजी से बढ़ी है और सौदे होने की दर भी बढ़ी है.

अरोड़ा ने कहा, “ट्रेडोलॉजी की स्थापना बाजार के तौर-तरीकों का डिजिटलीकरण करने और मानव हस्तक्षेप कम से कम करने के मकसद से केवल चार वर्ष पहले की गई थी. कोविड के कारण हुई उथलपुथल ने हितधारकों को यह महसूस करा दिया है कि तकनीकी सॉल्यूशन लंबे अरसे से बिचौलियों के जरिये चली आ रही खरीद के बेहद किफायती विकल्प हैं.”  

English Summary: ​​​​​​​Trades in Gulfood 2021 will show India's strength from 21 to 25 February 2021 Published on: 27 January 2021, 05:30 PM IST

Like this article?

Hey! I am विवेक कुमार राय. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News