सर्दी के मौसम की बारिश सभी प्रकार की फसलों की उपज के लिए बहुत अच्छी मानी जाती हैं. जी हां इस बात का दावा राज्य के कृषि वैज्ञनिकों ने भी किया है. उनका कहना है कि जलवायु परिवर्तन, बारिश, बर्फ़बारी खेती और बागवानी के लिए बहुत फायदेमंद होती है. ऐसा ही प्रभाव उत्तर प्रदेश में इन दिनों होती बारिश का आम की बागवानी सहित अन्य फसलों की खेती में दिखाई दिया है.
बता दें कि कई दिनों से लगातार हो रही बारिश आम की फसल के लिए बहुत अच्छी साबित हो रही है. आम के फलों में रोगों में खतरा कम हो रहा है एवं आम का फल काफी स्वादिष्ट और सेहतमंद भी माना जा रहा है. ये बारिश सिर्फ आम की बागवानी के लिए ही वरदान नहीं साबित हो रही है बल्कि चना, मटर, सरसों, आलू, गोभी, मसाले वाली फसलों के लिए भी वरदान बनकर आई है. ऐसे में राज्य के किसानों का ख़ुशी का ठिकाना नहीं है.
किसानों के क्या है कहना (What Farmers Have To Say)
यूपी के किसानों का कहना है कि जब जनवरी में बारिश होती है, तो यह आम की बागवानी के लिए अच्छा होतो है. इस साल बारिश की वजह से आम के पेड़ों में समय से पत्ते निकले हैं और रोगों का खतरा भी नहीं दिखाई दे रहा है. जनवरी में बारिश हो जाने से आम के पौधों की धुलाई हो गई है. इसके अलावा उनका कहना है कि ये ना सिर्फ आम की बागवानी के लिए अच्छा है, बल्कि गेहूं की फसल के लिए भी बहुत अधिक लाभकारी है. जिन क्षत्रों में सिंचाई की सुविधा नहीं थी, उनको इस बारिश से सिंचाई का काम आसानी से मिल गया है.
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सरसों की फसल के लिए भी है वरदान (There Is Also A Boon For Mustard Crop)
कृषि वैज्ञनिकों का कहना है कि बारिश से सरसों की फसल को अधिक लाभ प्राप्त हुआ है, जिन किसानों ने अपने खेत में समय से सरसों की बुआई की थी, उनके लिए ये बारिश किसी वरदान से कम नहीं है.
बता दें कि इस बारिश की वजह से सरसों की खेती का रकबा भी बढ़ा है. इसके आलवा जिन किसान भाइयों ने अपने खेत में सरसों की देर से बुवाई की थी, उनके लिए बहुत अच्छा है. बता दें कि जनवरी माह में सरसों की फसल में अनेक प्रकार के रोग का खतरा रहता है, जो फसलों को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाते हैं.
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