आधुनिकीकरण के इस दौर में खेती-किसानी को भी बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। कृषि क्षैत्र को बेहतर बनाने के लिए हर दिन कुछ नए और लाभदायक प्रयास किए जा रहे हैं। वैसे तो कृषि क्षेत्र में हमने पहले कई अविष्कार देखे हैं लेकिन ये अविष्कार कुछ अलग है। कृषि क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए देश के युवाओं ने एक मोबाईल एप तैयार किया है और इस एप का नाम है ग्रामोफोन। युवाओं का दावा है की इस एप के जरिए किसानों को हो रही खेती की समस्याओं का तुरंत सामाधान किया जा सकेगा।
क्या है ग्रामोफोन
ग्रामोफोन एक मोबाइल एप है जो किसानों की समस्याओं को तुरंत हल करने के लिए बनाया गया है। ग्रामोफोन एप फसल चक्र के दौररान कृषि संबंधित समस्याओं से तत्काल निजात दिलाने व किसानों को विशेषज्ञों की सलाह उपलब्ध कराने के लिए बनाया गया है। पीआर एजेंसी इंदौर के अतुल मालिकराम ने बताया कि, “किसान टोल फ्री नंबर 18001236566 पर मिस कॉल भी कर सकते हैं। इस पर विशेषज्ञ सीधे किसान से बात करके उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे। उन्होंने बताया कि इस एप को अपडेट करने के लिए भी लगातार काम किया जा रहा है”। शुरूआत में इसे राज्य के बड़वानी,खरगोन व धार जिले में ज्यादा उपयोगी बनाया जाएगा और यहां के किसानों से मिलकर एप के उपयोग व फायदों के बारे में बताया जा रहा है।
किसानों के लिए मददगार है एप
किसानों को खेती से जुड़ी कई तरह की समस्या आती है जिसका उनके पास उचित समाधान नहीं होता है। कई बार ऐसा होता है की किसानों को खेती के दौरान ही कुछ जानकारीयां चाहिए होती हैं जो उन्हें नहीं मिल पाती और वे गल्तियां कर बैठते हैं। इस एप के माध्यम से किसान तुरंत कृषि विशेषज्ञों को अपनी समस्या बता समाधान पूछ सकेंगे और अन्य उन्नत या समकक्ष किसानों के साथ अपनी समस्याएं, जिज्ञासाएं आदि साझा कर सकेंगे।
किसान इस एप का प्रयोग खेती से जुड़ी हर तरह की समस्या का समाधान कर सकते हैं। किसान बीज, दवाइयों, कीटनाशक आदि के उपयोग व विश्वसनीय उत्पादों की जानकारी भी ले सकते हैं। इसके अलावा किसान मौसम से जुड़ी जानकारी और मंडी भाव के लिए भी इसका प्रयोग कर सकते हैं। बता दें कि ग्रामोफोन एप इंदौर के आईआईटी से प्रशिक्षित युवा इंजीनियरों निशांत वत्स, तौसीफ खान, हर्षित गुप्ता व आशीष सिंह को आया था। इन्होंने आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए भी किया है।
एप का मुख्य उद्देश्य में उत्पादकता को बढ़ाना है।
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