1. Home
  2. ख़बरें

स्वीट कॉर्न की खेती को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया विशेष कार्यक्रम, जानें कैसे मिलेगा लाभ

किसानों की आय में वृद्धि करने के उद्देश्य से देश में योजनाएं, अभियान और कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इसी क्रम में बिहार राज्य के किसानों को फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न जिलों में विशेष कार्यक्रमों का क्रियान्वित किया गया है.

मोहित नागर
स्वीट कॉर्न  की खेती को बढ़ावा देने के लिए  विशेष कार्यक्रम क्रियान्वित
स्वीट कॉर्न की खेती को बढ़ावा देने के लिए विशेष कार्यक्रम क्रियान्वित

भारतीय किसानों की आय में वृद्धि करने के उद्देश्य से देश में योजनाएं, अभियान और कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इसी क्रम में बिहार राज्य के किसानों को फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न जिलों में विशेष कार्यक्रमों का क्रियान्वित किया गया है. संजय कुमार अग्रवाल (सचिव, कृषि विभाग, बिहार) ने बताया कि रबी मौसम, 2023-24 में राज्य के विभिन्न जिलों में स्वीट कॉर्न को बढ़ावा देने के लिए आज यानी 15 अप्रैल 2024 को कार्यक्रम क्रियान्वित किया गया है.

स्वीट कॉर्न से किसानों की आय में वद्धि

अग्रवाल ने कहा कि पूर्णिया जिला रबी मौसम में सामान्य मक्का की खेती के लिए पहचाना जाता है. कृषि विभाग द्वारा मक्का की खेती में विविधता लाने के उद्देश्य से तथा किसानों के आय को बढ़ाने के लिए स्वीट कॉर्न की खेती को प्रोत्साहित करने का सफल प्रयास किया गया है. इसके लिए आत्मा योजना के माध्यम से किसानों के साथ संवाद स्थापित किया गया तथा पूर्णिया पूर्व प्रखण्ड के चाँदी पंचायत में ऐसे किसान जो पूर्व में गेहूँ की खेती करते थे, उनके द्वारा 2.5 एकड़ में स्वीट कार्न की खेती की गई है. आत्मा योजना के माध्यम से किसानों को प्रशिक्षण के साथ-साथ बीज उपलब्ध कराया गया है.

ये भी पढ़ें: महंगाई की मार झेलने के लिए हो जाइए तैयार! आनाज के स्टॉक ने बढ़ाई सरकार की चिंता, जानें पूरा मामला

40 हजार प्रति एकड़ खर्च

उन्होंने बताया कि, किसानों को स्वीट कॉन के प्रभेद सुगर-75 बीज उपलब्ध करवाए गए है. अक्टूबर में बोये गये स्वीट कॉर्न 90 दिनों में विपणन के लिए तैयार है. स्वीट कॉर्न की खेती में 1 एकड़ के खेत में कुल लागत 40 हजार रूपये आती है. अग्रवाल ने जानकारी दी, 1 एकड़ में किसानों द्वारा औसतन 20 हजार उत्पादित स्वीट कॉर्न को स्थानिय बाजार में 10 रूपये प्रति भुट्टा की दर से बेचा गया है, जिससे किसानों को 1 लाख 60 हजार रूपये का मुनाफा प्राप्त हुआ.

आत्मा योजना के तहत किया गया प्रोत्साहित

संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि, आत्मा के प्रसार कार्यकर्त्ता तथा कृषि विज्ञान केन्द्र के माध्यम से किसानों को समय-समय पर स्वीट कॉर्न की खेती से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया है. आत्मा योजना से किसानों को बीज के अतिरिक्त आवश्यक उपादान तथा पौधा संरक्षण संबंधी उपादान एवं जानकारी उपलब्ध कराई गई है. स्वीट कॉर्न का पौधा हरा हाने के चलते इसे किसानों द्वारा पशुचारा के रूप में किया गया है. स्वीट कॉर्न 90 से 100 दिन में तैयार हो जाता है, इस तरह किसान एक ही खेत में फसल चक्र में तीन फसल आसानी से लगा सकते हैं.

54.99 लाख रुपये की स्वीकृति

अग्रवाल ने कहा कि किसानों के द्वारा स्वीट कॉर्न की खेती के तरफ उत्साह को देखते हुए विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत बिहार राज्य में स्वीट कॉर्न के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए 54.99 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई है. इस योजना के अंतर्गत राज्य में स्वीट कॉर्न के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए खरीफ मौसम में बीजों का वितरण किया जाएगा.

English Summary: sweet corn cultivation promote special program was launched in bihar Published on: 15 April 2024, 06:23 PM IST

Like this article?

Hey! I am मोहित नागर. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News