
Sugarcane Procurement: गन्ना भारत की प्रमुख फसलों में से एक है. देश में 5 मिलियन हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में गन्ने की बुवाई की जाती है, जिसमें से सबसे अधिक गन्ने की खेती उत्तर प्रदेश में होती है. गन्ना चीनी उत्पादन का एक बड़ा श्रोत है. भारत पूरे विश्व में चीनी के उत्पादन में दूसरे पायदान पर है. अब ऐसे में सरकार भी गन्ना किसानों को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार गन्ना किसानों को हाईटेक बनाने का प्रयास कर रही है, जिसके लिए किसानों के लिए वेबसाइट जारी की है.
गन्ना किसानों के लिए बेवसाइट
उत्तर प्रदेश सरकार ने गन्ना किसानों को बढ़वा देने के लिए “चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग” नामक बेवसाइट में विकल्प जारी किए गए हैं. जिसके माध्यम से किसानों की समस्या का समाधान तो होगा ही, साथ ही वह अपने खेत व गन्ने की फसल के बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
ऐसे जानें अपना ब्यौरा
सबसे पहले गन्ना किसानों को चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://enquiry.caneup.in/ पर जाना होगा.
-
जिसके बाद किसान वहां पर मांगी गई डिटेल्स भर दें.
-
अब आपकी स्क्रीन के सामने आपका पूरा ब्यौरा दिख जाएगा.
इन समस्याओं का होगा समाधान
चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग” में एक टोल फ्री नंबर 1800-121-3203 दिया गया है. जहां पर किसान अपनी इन समस्या का समाधान पा सकते हैं.
-
चीनी मिल को आपूर्ती कब करें?
-
गन्ने का भुगतान कब तक होगा.
-
गन्ने का मूल्य कितना मिलेगा

गन्ना किसानों के लिए ऐप
ईगन्ना रेन अप (eGANNA CANE UP) नामक ऐप भी बनाया गया है जिसे किसान इस लिंक के माध्यम से अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड कर सकते हैं. बता दें कि सभी गन्ना किसान इस ऐप से अपने गन्ना आपूर्ति से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. सभी जानकारी गन्ना विभाग के आधिकारिक डेटाबेस से प्रदान की जाती हैं और इसलिए यह 100% वास्तविक है. किसान कैलेंडर और आपूर्ति टिकट केवल इसी डेटाबेस से तैयार किए जाते हैं.
यह भी पढ़ें: Sugarcane Farmers: किसानों के लिए बड़ी खबर, गन्ने किसानों को दी जाएगी प्रोत्साहन राशि
बीते 5 वर्षों का दिखेगा गन्ने का डेटा
गन्ना को कितना खरीदना व बेचना फसल उत्पादन के आधार पर तय किया जाएगा. इस वेबसाइट के माध्यम से बीते वर्षों का गन्ना का उत्पादन व सप्लाई का रिकॉर्ड देखा जाएगा. यदि किसी गन्ना किसान की गाटा संख्या यहां दर्ज नहीं है तो वह अपनी खतौनी गन्ना पर्यवेक्षक को उपलब्ध कराकर छूटी गाटा संख्या को 10 दिन में फीड करा सकता है.
Share your comments