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20 करोड़ का गेहूं घोटाला, जानें जांच में क्या हुआ है खुलासा

जहां एक तरफ देश के किसान कड़ी धूप में परिश्रम करके देशवासियों के लिए अनाज उगाते हैं, तो वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो हमारे किसान भाइयों के मेहनत से उगाये गए अनाज की कीमत ना समझकर घोटाले कर रहे हैं. ऐसी ही एक ख़बर पंजाब के अमृतसर के ज़डियाला गुरु केंद्र से सामने आई है, जहां 20 करोड़ रूपए का गेहूं घोटाला हुआ है. क्या है यह पूरा मामला पढ़े इस लेख में

सचिन कुमार
Wheat Scam
Wheat Scam

जहां एक तरफ देश के किसान कड़ी धूप में परिश्रम करके देशवासियों के लिए अनाज उगाते हैं, तो वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो हमारे किसान भाइयों के  मेहनत से उगाये गए अनाज की कीमत ना समझकर घोटाले कर रहे हैं. ऐसी ही एक ख़बर पंजाब के अमृतसर के ज़डियाला गुरु केंद्र से सामने आई है, जहां 20 करोड़ रूपए का  गेहूं घोटाला हुआ है. क्या है यह पूरा मामला पढ़े इस लेख में.

जांच के बाद क्या हुई है कार्यवाही

 अब तक हुई जांच में डीएफएसओ व एएफएसओ दोषी पाए गए हैं. पंजाब के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री भारत भूषण ने दोनों के निलंबन के आदेश जारी कर दिए हैं.अब तक की हुई जांच के आधार पर आरोप पत्र दाखिल करने को कहा गया है. वहीं, खाद्य मंत्री के अनुसार  इस जांच में जो भी अधिकारी व कर्मचारी दोषी पाए गए हैं, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उनमें  से किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा. इस घोटाले की जांच करने में कोई कमी नही रखी जाएंगी.

उठाए गए हैं ऐसे कदम

इस पूरे मामले के संज्ञान में आने के बाद जिला खाद्य आपूर्ति कंट्रोलर राज ऋषि मेहरा ने शुक्रवार रात गायब हुए इंस्पेक्टर जसदेव सिंह के खिलाफ जंडियाला गुरु थाने में एफआईआर दर्ज करवा दी थी. वहीं, नागरिक आपूर्ति विभाग के मुख्यालय द्वारा जंडियाला गुरु में तैनात निरीक्षक, जसदेव सिंह के अचानक लापता होने के बारे में सूचना मिलने पर तुरंत मुख्यालय की सेंट्रल विजिलेंस कमेटी (सीवीसी) को टीमों का गठन करके जंडियाला गुरु में पनग्रेन के गोदामों की जांच के आदेश दिए गए.

जानिए सीवीसी की रिपोर्ट का सच

सीवीसी के द्वारा इस मामले की जांच के लिए अलग-अलग टीमों का गठन करके पड़ताल की गई, जिसकी प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार, जंडियाला गुरु केंद्र में साल 2018-19, 2020-21 और 2021-22 केंद्रीय पूल और डीसीपी गेहूं के स्टॉक में 18 लाख 43 हजार 44 बोरियों  की कमी पाई गईं. जिनकी कीमत लगभग 20 करोड़ रुपये है. मामले में हुई जांच में अब तक यह  तथ्य सामने आया है.

गेहूं की हुई जाली खरीद

 सीवीसी की रिपोर्ट के आधार पर यह भी कहा गया है कि गेहूं की खरीदी  में गड़बड़ की गई है. वहीं, गेहूं के वितरण में भी कई तरह की विसंगतियां पायी गयी है. जंडियाला गुरु केंद्र में साल 2018-19 केंद्रीय पूल के स्टॉक की पड़ताल के साथ पीएमजीकेवाई, एनएफएसए-2013 के तहत बांटे गए गेहूं के बारे में भी रिपोर्ट देने को कहा गया है. इसके अलावा खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री ने साफ कह दिया है कि इस तरह का घोटाला कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएंगी.

किसानों और कृषि से जुड़ी हर जानकारी पाने के लिए पढ़ते रहिएं कृषि जागरण हिन्दी पोर्टल की ख़बरें.

English Summary: Rs 20 crore wheat scam Published on: 11 August 2021, 08:36 PM IST

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