राष्ट्रीय किसान महासंघ किसानों के हित के लिए लगातार कई वर्षों से कार्य कर रहा है... किसानों से जुड़ी सभी मुद्दों को महासंघ द्वारा गंभिरता से लिया जाता है... इसी कड़ी में (के.वी.बीजू) राष्ट्रीय किसान महासंघ की कोर कमेटी के सदस्य एवम दक्षिण भारत के संगठन मंत्री रीजनल कंप्रेहेंसिव इकनोमिक पार्टनरशिप ( RCEP ) के 23वें दौर की बैठक में भाग लेने के लिए थाईलैंड के बैंकॉक जाएंगे... आरइसीपी के 23वें दौर की बैठक थाईलैंड के बैंकॉक में आयोजित की जा रही है। इस बैठक में एशिया के 16 देश भाग ले रहे हैं और कॉर्पोरेट घरानों के निजी फायदों हेतु यह बैठक आयोजित की जा रही है। इस बैठक का ड्राफ्ट भी किसी के साथ साझा नहीं किया गया है। व्यापार नियमों को सरल करने के नाम पर विदेशों से आयात किये जाने वाले उत्पादों से आयात शुल्क हटाने की सिफारिश RCEP द्वारा की गई है। अगर ऐसा हुआ तो भारत के किसानों को भारी नुक्सान होगा। चीन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड आदि देशों से आयात किये जाने वाले अनाज, दूध पाउडर, फलों से आयात शुल्क हटने की स्थिति में भारत के कृषि उत्पादों के मूल्य और अधिक गिरेंगे। ऐसे किसान विरोधी प्रस्ताव पर राष्ट्रीय किसान महासंघ का दृष्टिकोण विश्वमंच पर रखने और इसके विरोध में अपनी आवाज बुलंद करने के लिए के. वी. बीजू थाईलैंड रवाना हो चुके हैं।
बता दें की के. वी. बीजू राष्ट्रीय किसान महासंघ की कोर कमेटी के सदस्य एवम दक्षिण भारत के संगठन मंत्री, राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन की संचालन समिति के सदस्य और स्वदेशी आंदोलन के संयोजक हैं।
सोर्स : अभिमन्यु कोहाड़, राष्ट्रीय प्रवक्ता
राष्ट्रीय किसान महासंघ
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