1. Home
  2. ख़बरें

11 हजार रुपये में बिक गए ‘राम-रहीम और हनीप्रीत’

उज्जैन में राम-रहीम और हनीप्रीत को देख लोग हैरान रह गए। ये दोनों यहां लगने वाले कार्तिक मेले में आए थे और खूब सज संवरकर घूम रहे थे, मेले में आने वाले हर शख्स की निगाह इन पर टिकी हुई थी।

इंदौर। उज्जैन में राम-रहीम और हनीप्रीत को देख लोग हैरान रह गए। ये दोनों यहां लगने वाले कार्तिक मेले में आए थे और खूब सज संवरकर घूम रहे थे, मेले में आने वाले हर शख्स की निगाह इन पर टिकी हुई थी। दरअसल कार्तिक पशु मेले में आए हरिओम ने अपने गधे का नाम राम-रहीम गधी का हनीप्रीत रखा था, उज्जैन के एक खरीदार ने इन्हें 11 हजार रुपए में खरीदा।

उज्जैन में हर साल देवउठनी ग्यारस से लेकर कार्तिक पूर्णिमा तक गधों का मेला लगता है। एमपी के अलावा गुजरात, हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों के पशु-पालक कुम्हार और व्यापारी इस मेले में गधों की खरीदी-बिक्री के लिए आते है। किस्म के आधार पर यहां गधे 5 से 25 हजार रूपए तक में बिकते है।

इस मेले की खासियत ये है कि गधे बेचने आने वाले व्यापारी लगभग हर गधे का एक नाम रखते है। गधे का नाम उसकी पीठ पर लिख दिया जाता है। नाम देखकर पूछने पर व्यापारी गधे की किस्म और उसके दाम बता देता है, फिर खरीदार उसका आकलन कर मूल भाव करके उसे खरीद लेता है। इस बार मेले में राम-रहीम और हनीप्रीत के अलावा जियो 4जी, GST, सुलतान, बाहुबली और बाजीगर नाम के गधे भी बिकने आए थे।

राम रहीम और हनीप्रीत को लेकर आए हरिओम प्रजापत ने बताया कि मुझे अपने गधों को इनके नाम देने में भी बुरा लग रहा था क्योंकि मेरे गधे मासूम है जबकि ये दोनों शातिर अपराधी। इन दोनों ने अपने आचरण से धर्म और बाप-बेटी के रिश्ते को कलंकित किया है। मैंने ये सोचकर गधों को इनका नाम दिया कि इनके नाम पर हमेशा वजन लदा रहेगा और इनका नाम पढ़कर लोग इनकी लानत -मलानत करते रहेंगे।

हरिओम ने बताया कि गुजरात ब्रीड के इन दोनों गधों को एक ही व्यक्ति ने खरीदा। मैंने इनके 21 हजार मांगे थे लेकिन सौदा 11 हजार में पटा।

सूत्र : दैनिक भास्कर

 

English Summary: 'Ram-Rahim and Haniprith' sold for Rs 11 thousand... Published on: 04 November 2017, 02:43 AM IST

Like this article?

Hey! I am . Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News