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पशुओं को इस रोग से बचाने के लिए सरकार ने शुरू किया वैक्सीनेशन अभियान, इन पशुपालकों को मिलेगा लाभ

Animals Healthy: केंद्र सरकार ने पशुओं को स्वस्थ और पशुपालकों की आर्थिक रूप से मदद करने के लिए वैक्सीनेशन अभियान की तिथि में बढ़ोतरी कर दी है. सरकार के इस पशु टीकाकरण अभियान का लाभ देश के करीब 6 राज्यों के पशुपालकों को प्राप्त होगा. यहां जानें पूरी जानकारी...

लोकेश निरवाल
Animal Health Campaign
पशु टीकाकरण अभियान ( Image Source: shutterstock)

पशुपालन किसानों के लिए सबसे लाभदायक व्यवसाय है. इसके लिए सरकार भी पशुपालकों की समय-समय पर काफी मदद करती रहती है. पशुपालन व्यवसाय से अच्छा लाभ पाने के लिए किसानों को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें सबसे अधिक पशुओं में संक्रमण के खतरे की अधिक परेशानी होती है. इसी परेशानी से निपटने के लिए सरकार ने एक नई पहल की शुरूआत की है. दरअसल, केंद्र सरकार की तरफ से पशुओं को स्वस्थ रखने के उद्देश्य से टीकाकरण अभियान शुरू किया जा रहा है, जोकि 25 नवंबर तक जारी रहेगा.

बता दें कि इस टीकाकरण अभियान में भारत के करीब 6 राज्यों के पशुपालकों को यह सुविधा प्राप्त होगी. आइए इसके बारे में यहां विस्तार से जानते हैं...

पशुओं के इस खतरनाक रोग के लिए टीकाकरण

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्र सरकार ने पशुओं में फैलने वाली बीमारी मुंहपका-खुरपका रोग/ Foot and Mouth Disease के लिए यह टीकाकरण अभियान शुरू किया है. इसके लिए सरकार ने 6 राज्यों का चयन भी कर लिया है, जो कुछ इस प्रकार से हैं. गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गोवा, महाराष्ट्र और बिहार है. सरकार ने इसके लिए FMD मुक्त बनाने का संकल्प लिया है. इस कार्यक्रम में कई मुख्य कार्यों जैसे कि पशुधन बीमा कवरेज का विस्तार, डेयरी क्षेत्र को मजबूत करने के लिए सहकारी नेटवर्क का विस्तार, डेयरी प्रसंस्करण क्षमता में वृद्धि और उत्पाद विविधीकरण और 21वीं पशुधन जनगणना/21st Livestock Census के कार्यों को सफल बनाना आदि पर प्रकाश डाला गया है. 

घर-घर जाकर पशुओं का होगा टीकाकरण

बिहार सरकार ने राज्य के पशुपालकों की आर्थिक तौर पर मदद करने के लिए खुरपका-मुंहपका रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत एफएमडी टीकाकरण की तिथि को बढ़ाकर 25 नवंबर कर दिया है. इस अभियान के चलते बिहार के लगभग सभी जिलों में पशु टीका कर्मी घर-घर जाकर पशुओं का टीकाकरण करेंगे.

वही, केंद्रीय योजनाओं की समीक्षा बैठक के दौरान यह भी फैसला लिया गया कि पशुधन स्वास्थ्य और रोग नियंत्रण कार्यक्रम समेत कई सरकारी स्कीमों पर भी कार्यों किया जाएगा, जिसके तहत पशुपालकों को आर्थिक रूप से मदद प्राप्त होगी और साथ ही पशुधन रोगों से मुक्त होंगे. इसके लिए पशुधन रोगों को लक्षित करने वाली केंद्र की प्रमुख योजना सफल कारी साबित हो सकती है. इसके अलावा इस बैठक के दौरान उपाध्याय ने यह भी कहा कि मवेशियों, भैंस, भेड़ों और बकरियों के लिए करीब 6 महीने तक का टीकाकरण चक्रों को सुनिश्चित किया जाएगा. इस दौरान पशुपालकों को किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े. इस बात का भी पूरा ध्यान रखा जाए.

खुरपका रोग क्या है/What is foot and mouth disease?

खुरपका पशुओं मे फैलने वाला एक संक्रामक रोग है. एक बार पशुओं में यह वायरस हो जाता है, तो इससे पशुओं में बुखार, मुंह में घाव, खुरों में घाव, कमजोरी जैसी समस्याएं होती है. यह खतरनाक वायरस केवल गाय भैंस को ही नहीं बल्कि ऊंट, गाय, बकरी, भेड़ और सूअर जैसे पशुओं को भी अपनी चपेट में ले लेता है. खुरपका रोग पशुओं के मल, मूत्र, लार, दुध से फैलती है. इसलिए समय रहते इस रोग से पशुओं को बचाने के लिए पशु विभाग या फिर अपने नजदीकी पशु चिकित्सालय केंद्र से संपर्क करना चाहिए.

English Summary: protect animals from foot and mouth disease government started a Animal Health vaccination campaign Published on: 16 November 2024, 05:38 PM IST

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