पंतनगर विश्वविद्यालय में प्रधानमंत्री की स्टार्ट-अप योजना के अंतर्गत उत्तराखण्ड सरकार द्वारा प्रारम्भ की गई स्टार्ट-अप यात्रा के बूट कैम्प का आयोजन डा. रतन सिंह ऑडीटोरियम में किया गया। सेवायोजन एवं परामर्श निदेशालय के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ए.के. मिश्रा थे। इस अवसर पर जनरल मैनेजर जिला उद्योग केन्द्र ऊधमसिंह नगर सीएस बोहरा मुख्य कार्यकारी अधिकारी बैमबरो कंसलटेंसी नितेश कौशिक के साथ विभागाध्यक्ष निदेशक सेवायोजन एवं परामर्श निदेशालय कृषि मशीनरी एवं पावर अभियांत्रिकी प्रो. टी.के. भट्टाचार्य और विभागाध्यक्ष कम्प्यूटर अभियांत्रिकी डा. एस.डी. सामन्तरे भी मंचासीन थे।
प्रो. ए.के. मिश्रा ने कहा कि कोई नया विचार एवं अविष्कार निश्चित ही भविष्य को बेहतर बनाने में सहयोग प्रदान करता है। उत्तराखण्ड शासन द्वारा प्रारम्भ किया गया कार्यक्रम स्टार्ट-अप यात्रा इसे त्वरित गति प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड स्टार्ट-अप यात्रा युवाओं के साथ उन सभी लोगों के लिए एक ऐसा मंच है जो नयी सोच और नवीन विचार रखते है। यह उन्हें एक ठोस शुरूआत देगा जिससे वे अपनी रूचि इच्छा और योग्यता के अनुसार स्वयं का रोजगार प्रारम्भ कर सकेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि किसी भी क्षेत्र में किसी के द्वारा किया गया जुगाड़ एक ऐसा विचार है जिसे सही प्रकार से लागू किया जाए तो वह भविष्य में एक अविष्कार के रूप में लोगों के समक्ष आ सकता है।
सीबी बोहरा ने बूट कैम्प के बारे में बताते हुए कहा कि बूट शिविर विभिन्न प्रकार के कौशल को सीखने का एक प्रशिक्षण शिविर है जिसमें हम विद्यार्थियों की रूचि और नयी सोच के अनुसार उन्हें प्रशिक्षण देकर उन्हें संबंधित क्षेत्र में काम करने के लिए प्रेरित करते हैं जिससे वे स्वयं का उद्यम प्रारम्भ कर पाएं। उन्होंने यह भी बताया कि रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए उत्तराखण्ड में 500 स्टार्ट-अप विकसित किये गये है जो युवाओं के विचारों को सामने लाने के लिए हर छः माह में एक आइडिया चैलेंज प्रतियोगिता का आयोजन करेंगे और 10 सर्वश्रेष्ठ आइडिया वाले युवाओं को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
नितेश कौशिक ने स्टार्ट-अप के बारे में बताते हुए कहा कि यह भारत सरकार की योजना है जो अब उत्तराखण्ड में भी शुरू हो गई है तथा जिसके तहत नये छोटे-बड़े उद्योगों को शुरू करने के लिए सरकार द्वारा प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इसके तहत आवश्यक कौशल विकास प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। उन्होंने यह बताया कि कोई भी विद्यार्थियों स्टार्ट-अप के माध्यम से अपना काम कभी भी शुरू कर सकता है बस उसको अपने आइडिया व उसकी नवीनता पर विश्वास आवश्यक है।
अपने स्वागत संबोधन में प्रो. टी.के. भट्टाचार्य ने कहा कि देश की 65 प्रतिशत जनसंख्या युवा है और लगभग सभी युवा की यह अपेक्षा होती है कि शिक्षा प्राप्त करने के तुरन्त बाद उन्हें नौकरी मिल जाए जोकि वर्तमान में सबके साथ सम्भव नहीं हो पाता। ऐसे में सरकार की स्टार्ट-अप योजना निश्चित ही युवाओं को स्वयं रोजगार की तरफ अग्रसर करने का एक उपयुक्त माध्यम साबित होगा। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के अन्तर्गत उत्तराखण्ड प्रदेश के 08 विभिन्न संस्थानों में बूट कैम्प आयोजित किये जायेंगे।
Share your comments