पंतनगर विश्वविद्यालय में आयोजित चार दिवसीय 102वें किसान मेले का शुभारंभ मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गांधी मैदान में फीता काटकर किया। इसके बाद उन्होंने खुली जीप में कुलपति डा. एके मिश्रा, विधायक राजेश शुक्ला और राजकुमार ठुकराल के साथ मेले का भ्रमण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री के द्वारा किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए किसानों को विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी हैं। उन्होंने वैज्ञानिकों से नयी तकनीकों को किसानों तक पहुंचाने और किसानों एवं वैज्ञानिकों के बीच का फासला कम करने के लिए कहा। सगंधी पौधों की खेती की विश्व स्तर पर बढ़ती मांग को देखते हुए मुख्यमंत्री रावत ने इन पौधों की खेती की उन्नत तकनीकें किसानों को सुलभ कराने पर बल दिया तथा छोटे स्तर पर पॉलीहाउस में बेमौसमी खेती की भी उन्होंने आवश्कता जताया।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे कुलपति, प्रो. एके मिश्रा ने कहा कि कृषि लागत में कमी एवं कृषि उत्पादकता में वृद्धि से किसानों की आय दोगुना करने के लिए विवि प्रयासरत है। उन्होंने आशा जताई कि पंतनगर के वैज्ञानिक संयुक्त प्रयास से प्रधानमंत्री की इस योजना को पूरा करने में सफल होंगे। उन्होंने बताया की वर्ष में दो बार लगाये जाने वाले किसान मेले में हजारों किसान भाग लेते हैं, जो उत्तराखण्ड के अतिरिक्त विभिन्न प्रदेशों और नेपाल से आते हैं। प्रो. मिश्रा ने किसानों को फलों एवं सब्जियों, जिनको अधिक समय तक भण्डारित नहीं किया जा सकता, के मूल्यवर्धित उत्पाद बनाये जाने की सलाह दी, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके। साथ ही कृषि अधारित व्यवसाय, जैसे मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन, मुर्गी पालन, पशुपालन, मछली पालन इत्यादि को अपनाने की भी उन्होंने वकालत की।
सरकार नहीं करेगी किसानों का कर्जमाफ
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश में किसानों की कर्जमाफी से इनकार किया है। उन्होंने गांधी भवन में संबोधन के दौरान ये बात कही। प्रदेश सरकार की आय व कर्ज को देखते हुए उन्होंने ये स्पष्ट किया कि सरकार किसी भी स्थिति में कर्जमाफी नहीं कर सकती।
पंतनगर विवि को केन्द्रीय विवि बनाए जाने की मांग
किसान मेले के उद्घाटन के मौके पर स्थानीय विधायक राजेश शुक्ला और रुद्रपुर के विधायक राजकुमार ठुकराल ने पंतनगर विवि को देश को खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए राह दिखाने वाला बताते हुए इसके द्वारा किसानों की आय को दोगुना करने का रास्ता दिखाने की भी आशा जताई। साथ ही उन्होंने पंतनगर विवि को पूरे देश की कृषि के लिए प्रकाश स्तम्भ बताते हुए इसे केन्द्रीय विवि बनाये जाने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा कार्यवाही किये जाने का अनुरोध किया। यह लोग थे मौजूदपंतनगर। किसान मेले के उद्घाटन के अवसर पर कार्यवाहक निदेशक शोध, डा. जयंत सिंह, जिलाधिकारी डा. नीरज खैरवाल एसएसपी डा. सदानन्द दाते, निदेशक प्रसार शिक्षा, डा. वाईपीएस डबास, भाजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, मेयर सोनी कोली, सुरेश परिहार, विवके सक्सेना, शेर बहदुर सिंह, शेर सिंह आदि मौजदू रहे। कृषि उद्योग प्रर्दशनी का किया उद्घाटन पंतनगर।
मुख्यमंत्री रावत ने मेले में लगी उद्यान प्रदर्शनी का अवलोकन कराया गया, जिनमें प्रदर्शित की गयी विभिन्न प्रविष्टियों में उन्होंने गहरी रुचि दिखाई। प्रदर्शनी में लोगों द्वारा विभिन्न प्रजाति के शाक-सब्जी, आचार मसाले, पेड़-पौधे इत्यादि को प्रदर्शित किया था। पर्वतीय क्षेत्रों से युवाओं के पलायन को रोकने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार के तीन महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान देने की उन्होंने आवश्यकता बतायी। जिससे पलायन को रोका जा सके और लोगों को उनके घर पर ही यह तीनों वस्तुओं को उपलब्ध कराया जा सके।
डॉ. सलीम की गाय को सर्वश्रेष्ठ पुरुस्कार
किसान मेले में आयोजित पशु प्रदर्शनी में डॉ सलीम की हालस्टीन की गाय को सर्वश्रेष्ठ पशु चुना गया है। विश्वविद्लय के कुलपति डॉ. एके मिश्रा ने रिबन बांधकर गाय को सुशोभित किया। ज्ञात हो कि इस प्रदर्शनी में 30 पशुपालकों को चुना गया था। पशु प्रदर्शनी के संयोजक अधिष्ठाता पशुचिकित्सा डॉ. जीके सिंह व सहसंयोजक डॉ. अवधेश कुमार थे।
रिकॉर्ड तोड़ बिक्री हुई बीजों की
पंतनगर किसान मेले में बीजों की रिकार्ड बिक्री की गई। मेले के तीसरे दिन के आंकड़ो के अनुसार 54 लाख रुपए के बीजों की बिक्री की गई। इस बीच उद्दान अनुसंधान केंद्र, सब्जी अनुसंधान केंद्र व कृषि वानिकी अनुसंधान केंद्र व पुष्प उत्पादन के स्टालों से लगभग 4 लाख रुपए के बीज व पौधों की बिक्री की गई।
- विभूति नारायण
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