यह तो सभी जानते है कि भारत में बहुत बड़े स्तर पर कृषि होती है | लेकिन यह भी सभी जानते है कि कृषि में तकनीक का भी बहुत बड़ा योगदान है| इसलिए कृषि में तकनीक को बढ़ावा देने और किसानों के कौशल विकास के लिए पूसा के एनएएससी काम्प्लेक्स में कार्यशाला का आयोजन किया गया| इस कार्यशाला में देश कई राज्यों से कृषि वैज्ञानिको, कृषि अधिकारीयों ने भाग लिया| इसी के साथ कृषि क्षेत्र निजी कंपनियों के उच्चस्तरीय अधिकारीयों ने भी भाग लिया| इस कार्यशाला का मुख्य मुद्दा रहा, कि कैसे किसानों कौशल बनाकर अधिक से अधिक किसानों को प्रशिक्षित किया जाए|
इस कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि कृषि मंत्री राधामोहन ने शिरकत की| कार्यशाला में बी.के सिकदर, डायरेक्टर एमएसडीसी, संजीव अस्थाना , चेयरमैन एएससीआई, डॉ. वीपी चहल एडीजी (प्रसार) आईसीएआर, रुचिरा चंद्रा, कंसलटेंट एनएसडीए ने परिचर्चा की| एग्रीकल्चर काउंसिल की और से डॉ. सतेंदर सिंह ने प्रस्तुति दी| उन्होंने बताया की एएससीआई मुख्य रूप से किसानों को कौशलता प्रशिक्षण प्रदान करता है| इसका गठन कृषि मंत्रालय के सहयोग से किया गया है जिसका उद्देश्य अधिक से अधिक लोगो को प्रशिक्षित करना है| इसके लिए इस संस्थान ने कृषि के विभिन्न क्षेत्र की निजी कंपनियों के साथ कोलाब्रेशन किया| जिसके साथ मिलकर अब तक एक लाख से अधिक प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बना चुकी है|
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