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बोरियों में उगाएं 29 तरह की फसलें, मिलेगा मुनाफा डबल!

PM ने पहले घोषणा की थी कि उनकी सरकार का लक्ष्य 2022 तक कृषि आय को दोगुना करना है. मध्य प्रदेश के छोटे और सीमांत किसानों की आय को दोगुना करने के उद्देश्य से JNKVV ने एक मिश्रित फसल तकनीक विकसित की है, जिसे जवाहर मॉडल नाम दिया गया है.

रुक्मणी चौरसिया
Jawahar Model
Jawahar Model

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM NarendraModi) ने पहले घोषणा की थी कि उनकी सरकार का लक्ष्य 2022 तक कृषि आय को दोगुना (Double income of farmers) करना है. वहीं मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छोटे और सीमांत किसानों की आय को दोगुना करने के उद्देश्य से, जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय (JNKVV) जबलपुर ने एक मिश्रित फसल तकनीक (Intercropping Farming Technique) विकसित की है, जिसे 'जवाहर मॉडल' (Jawahar Model) नाम दिया गया है.

दोगुनी होगी किसानों की आय (Farmers' income will double)

JNVKK  के एक डॉक्टर के मुताबिक इस मॉडल में मिश्रित फसल (Intercropping) तकनीक शामिल है, जो फसल की वृद्धि और कृषि आय को दोगुना करने के तरीके दिखाती है. साथ ही किसान बाजार की मांग का अध्ययन करने के बाद अंतर-फसल की खेती का विकल्प चुन सकते हैं.

लघु किसान को लिए अच्छा मौका (Good opportunity for small farmer)

जेएनकेवीवी के एक प्रमुख वैज्ञानिक ने कहा कि एमपी 65 प्रतिशत छोटे और सीमांत किसानों का घर है, जो जवाहर मॉडल के लिए अद्भुत काम कर सकते हैं.

मिश्रित खेती में किन फसलों की करें खेती (Which crops should be cultivated in intercropping farming?)

मॉडल के तहत, किसानों को अरहर के साथ-साथ भरपूर गहरी जड़ वाली फसल फसलें जैसे हल्दी, अदरक, प्याज, टमाटर, हरा धनिया, लहसुन और मिर्च शामिल हैं. और इन सब से किसानों को अच्छी कीमत भी मिल सकती है.

मॉडल के माध्यम से, खराब मिट्टी और संसाधनों के साथ-साथ सिंचाई सुविधाओं की कमी सहित खेती में किसानों के सामने आने वाली बाधाओं को दूर करने का प्रयास किया गया है.

जीरो बजट खेती पर है फोकस (Focus is on zero budget farming)

यहां के किसानों और वैज्ञानिकों का अधिक फोकस जीरो बजट फार्मिंग पर है और इसके लिए उन्हें टारगेट भी दिया गया है. साथ ही इस फार्मिंग को देखने के लिए यह लोग हरियाणा के कुरुक्षेत्र के गुरुकुल भी गए थे ताकि उन्हें इस फार्मिंग के बारे में और भी ज्यादा जानकारी मिल सके.

यह भी पढ़ें: किसानों की आय होगी दोगुनी, केंद्र सरकार की कृषि उड़ान योजना करेगी मदद

जवाहर मॉडल की खासियत (Features of Jawahar Model)

  • इस मॉडल में अधिक पानी की जरूरत नहीं होती है और इसमें किसी भी तरह की जुताई का झंझट भी नहीं होता है.

  • इस मॉडल में 29 तरह की फसलें और सब्जियां लगती है और किसान जो भी उगाएंगे उसी पर उनकी आय भी निर्भर करती है.

  • अगर आप बोरी में अरहर की बुवाई करते हैं तो इसके साथ धनिया, अदरक या हल्दी जैसे फसलें लगाकर आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.

  • इसके अलावा अरहर के साथ लाख की खेती कर महीने में लाखों का मुनाफा कमा सकते है. लाख की डिमांड मार्किट में बहुत ही ज्यादा है क्यूंकि इससे ब्यूटी प्रोडक्ट्स से लेकर पॉलिशिंग तक का सामान तैयार किया जाता है.

  • इसमें खाद की भी ज्यादा जरूरत नहीं पड़ती है. आप इसमें शुरुआत में ही यदि गोबर या बायो फ़र्टिलाइज़र डाल देते हैं तो उससे अच्छी पैदावार हो सकती है.

महिला किसान भी नहीं है कम (Women farmers adopted Jawahar Model)

इस मॉडल को 615 से भी ज़्यादा महिलाओं ने अपनाया है और आज वो बेहतर मुनाफा भी कमा रही हैं. इस मॉडल को अपनाने से यह महिलाएं और भी किसानों को प्रोत्साहित कर रही हैं. 

English Summary: Now you can do farming anywhere with the help of Jawahar Model Published on: 10 December 2021, 04:17 PM IST

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