जैविक खेती को बढ़ावा देने वाली जानी-मानी कृषि कंपनी सुमिन्तर इंडिया ने हाल ही में मध्य प्रदेश के गाँव सूरवानन्द में जैविक मेले का आयोजन किया इस मेलें में नीमच कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी वैज्ञानिक डॉ. पी.एस. नावक और डॉ. जे.पी . सिंह ने किसानों को जैविक खेती के विषय में जानकारी दी. दूसरी ओर सुमिन्तर इंडिया के शोध एवं विकास प्रबंधक संजय श्रीवास्तव ने किसानों के साथ जैविक खेती सम्बन्धी प्रश्नों को पूछा जिसका किसानों ने बखूबी जवाब दिया. इसी के साथ सही जवाब देने वाले किसानों को सम्मानित किया गया . जो किसान पहले से जैविक खेती कर रहे थे है उनको स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया. संजय श्रीवास्तव ने किसानों को जैविक खेती के फायदे और कीटनाशको से होने वाले नुकसान के विषय में बताया. जैविक खेती के विषय में जागरूक करने के लिए एक नाटक का आयोजन भी किया गया. जिससे किसानों को समझने में आसानी हुई.
इस मेलें के आयोजन का उद्देश्य आगामी खरीफ सीजन को ध्यान में रखते हुए कृषि जैविक खेती सम्बन्धी जानकारी उपलब्ध कराना था. इस मेलें में सुमिन्तर के वरिष्ठ अधिकारी संजय श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में किसानों को बताया कि किस तरीके से वो जीवामृत, जैविक खाद, मटका खाद आसानी से बना सकते हैं. इसमें सबसे अहम था वेस्ट डी-कंपोजर के विषय में बताना . संजय श्रीवास्तव ने इसके तरीकों के विषय में बताया साथ ही साथ उन्होंने बीजोपचार के विषय में भी जानकारी दी. संजय श्रीवास्तव ने इस बात पर भी जोर दिया की किस तरीके से अपने पास उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल करके जैविक खेती की जा सकती है. यानी ओन फार्म इनपुट से सुगमता से जैविक खेती की जा सकती है. इससे कम लागत आती है. इस मेले में मंच का सञ्चालन दीपक और स्थानीय व्यवस्था का काम देवी लाल धाकड़ ने किया . अंत में संजय श्रीवास्तव ने किसानों का धन्यवाद किया.
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