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भारत और नेपाल के संबंधों के बारे में बात करें तो ये बहुत पुराने हैं फिर चाहे वह आर्थिक हों या पारिवारिक. नेपाल की सीमा से सटे बिहार और उत्तरप्रदेश के इलाके के लोग तो नेपाल में शादी भी करते हैं. लेकिन आज के इस लेख का विषय आर्थिक और व्यापारिक संबंध है तो इसलिए जानकारी के लिए आपको बता दें कि पड़ोसी देश नेपाल (Nepal) ने पहली बार भारत को सीमेंट का एक्सपोर्ट शुरू किया है.
नेपाल के नवलपरासी जिले में पल्पा सीमेंट इंडस्ट्रीज नाम के एक बड़े सीमेंट प्लांट ने सुनौली बॉर्डर से सीमेंट की 3,000 बोरियों की पहली खेप भारत भेजी है. पिछले कुछ दिनों पहले नेपाल सरकार ने अपने वार्षिक बजट में सीमेंट निर्यात करने वाली कंपनियों को नगद सब्सिडी देने की बात कही थी जिसके बाद से ही वहां के सीमेंट उद्योग से जुड़े लोगों के अन्दर उत्साह बना हुआ है.
सीमेंट का निर्यात जारी रहेगा
पल्पा सीमेंट इंडस्ट्रीज का सीमेंट के निर्यात को लेकर कहना है कि आज हमने भारत को लगभग 3,000 बोरी सीमेंट का निर्यात किया. लेकिन आने वाले समय में हम इसी तरीके से सीमेंट का निर्यात करेंगे.
सीमेंट उत्पादन की क्षमता
वर्तमान समय में नेपाल में 50 से ऊपर सीमेंट कंपनियां काम कर रही हैं. जिनमें से पल्पा सीमेंट इंडस्ट्रीज लिमिटेड सहित15 ऐसी कंपनियां हैं जोकि सीमेंट और क्लिंकर दोनों का उत्पादन करती हैं.मीडिया रिपोर्टस की मानें तो अभी इन कंपनियों की कुल सीमेंट उत्पादन क्षमता 22 मिलियन टन है.
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निर्यात होने से व्यापार घाटा कम होगा
मिडिया में उपलब्ध जानकारी के अनुसार भारत के साथ हाल ही में शुरू हुआ सीमेंट निर्यात नेपाल के व्यापार घाटे को 15 परसेंट तक कम कर सकता है.
नेपाल का सीमेंट उद्योग मुश्किलों का सामना कर रहा है
नेपाल सीमेंट प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन के अनुसार नेपाल की नेपाली मुद्रा में 150 अरब सीमेंट उत्पादन करने की क्षमता है लेकिन फिलहाल यह बाज़ार की बहुत बड़ी समस्या का सामना कर रहा है.
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