वैसे तो 23 दिसंबर कई कारणों से ख़ास है लेकिन भारत के किसानों के लिए इस दिन का अपना महत्व है. देश के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्मदिन को भारत में ‘किसान दिवस' के रूप में मनाया जाता है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए कृषि विभाग बुलंदशहर ने जनपद स्तरीय किसान मेले का आयोजन किया. मेले का शुभआरंभ बुलंदशहर के सोलहवीं लोकसभा सांसद भोला सिंह और सिकंदराबाद की विधायक विमला सोलंकी ने फीता काटकर किया. तत्पश्चात चौधरी चरण सिंह की तस्वीर को पुष्प अर्पित करते हुए दोनों ने कार्यक्रम को आगे बढ़ाया.
किसानों को संबोधित करते हुए भोला सिंह ने कहा कि इस मेले के आयोजन और यहां आये किसानों की भीड़ से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जनपद के किसान जागरूक और मेहनती हैं. उन्होंने कहा कि सरकार बहुत सी योजनाएं किसानों के हित में चला रही है जिसका लाभ किसानों को लेना चाहिए. बता दें कि मेला जनपद स्तरीय ही था लेकिन यहां राज्य भर किसानों ने हजारों की संख्या में भाग लिया. कृषि विभाग के बड़े अधिकारीयों समेत यहां कृषि विशेषज्ञ, कृषि वैज्ञानिक और सम्मानित किसान मौजूद रहें जिन्होनें किसानों को संबोधित करते हुए उन्नत खेती के तरीकें और फायदें बताएं. इस मौके पर देश के जाने-माने पद्मश्री सम्मानित किसान भारत भूषण त्यागी ने भी किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि "प्रदूषित वातावरण में केवल जैविक खेती ही किसानों के साथ-साथ लोगों को भला कर सकती है." उन्होने कहा कि "किसानों को बस जरा संगठित होकर काम करने की जरूरत है बाकी जैविक फसलों का बहुत बड़ा बाजार हमारे पड़ोस में दिल्ली के रूप में मौजूद हैं."
वहीं सिकंदराबाद विधायक विमला सोलंकी ने कहा कि "बीजेपी सरकार किसानों की खुशहाली के लिए काम कर रही है. देश के साथ उत्तर प्रदेश राज्य में भी बीजेपी के होने से किसानों को फायदा हो रहा है." उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि सरकार हर मुश्किल घड़ी में किसानों के साथ है. मेले में स्टिल इंडिया, वीएसटी ट्रैक्टर्स, इंडो गल्फ क्रॉप साइंस लिमिटेड, सुपर क्रॉप सेफ लिमिटेड जैसी बड़ी कंपनियों के साथ इफको किसान ने भी अपने उत्पादों और सेवाओं के बारे में प्रदर्शनी के माध्यम से बताया. मेले के अंत में प्रगतिशील किसानों को शॉल्स, कम्बल एवं ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया. इस मौके पर कृषि जागरण ने किसानों को सम्मानित करते हुए निशुल्क पत्रिकाएं वितरण की.
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