मदर डेयरी फ्रुट एण्ड वेजीटेबल प्राइवेट लिमिटेड ने अपने हॉर्टीकल्चर ब्रांड 'सफल' के तहत ताज़ा फलों, सब्जियों और अन्य इन्ग्रीडिएन्टस की ऑर्गेनिक रेंज को लॉन्च कर दिया है। 'सफल ऑर्गेनिक' के नाम से पेश की गई उत्पादों की यह नई रेंज सफल के मौजूदा खाद्य उत्पादों के साथ दिल्ली - एनसीआर के 100 चुनिंदा सफल बूथों पर उपलब्ध होगी। इससे ग्राहकों को नये उत्पाद आसानी से प्राप्त हो सकेंगे।
कहां से आएंगे सब्जी, फल
सफल ऑर्गेनिक ताजा फलों और सब्जियों जैसे सेब, अनार, मौसम्बी, नींबू, आलू, टमाटर, प्याज, अदरक, लहसुन आदि की व्यापक रेंज को पेश करेगा। ये ताजा फल और सब्जियां महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड के सर्टिफाइड आर्गेनिक्स फार्म्स के किसानों से प्राप्त किए जायेंगे।
चीनी-चावल भी बेचेगी मदर डेयरी
ताजा फल और सब्जियों के अलावा सफल ऑर्गेनिक्स किचन इन्टीग्रीडिएन्स की व्यापक रेंज भी पेश करेगा, जिसमें दालें, चावल, मसालें, बाजरा, मेवा, आटा, बेसन, चीनी, नमक, पोहा, बायोडीग्रेडेबल और री-साइक्लिंग के कई तरह के उत्पादों के विकल्प मौजूद हैं।
किसान और उपभोक्ता को फायदा
इस मौके पर मदर डेयरी फूड एवं वेजीटेबल प्रा. लिमिटेड के डायरेक्टर डॉ सौगत मित्रा ने कहा है कि कृषि प्रधान देश होने के नाते कृषि देश की हमेशा से ही रीढ़ रही है, किसान हमेशा से ही राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। उन्होंने कहा कि सफल हमेशा से किसानों और उपभोक्ताओं को एक ऐसा मंच देता आया है जहां एक ओर गुणवत्तापूर्ण उत्पाद पहुंचते हैं वहीं हम इस बात को भी सृनिश्चित करते है कि किसानों को उचित बाजार मिल सकें। इसीलिए उपभोक्ताओं की बढ़ती मांग और जरूरत को ध्यान में रखते हुए हम ऑर्गेनिक फल, सब्जियों और किचन इंटीग्रीडिएन्ट्स की नई रेंज लेकर आए है, जो सभी तरह के मानक विनिमियकों, उद्योगों एवं खाद्य सुरक्षा के अनुरूप है।
100 बूथों के साथ होगी शुरूआत
आने वाले समय में कंपनी अपनी सफल ऑर्गेनिक रेंज में सीज़नल फल और सब्जियां, शहद, रॉक सॉल्ट, साबुत मसाले आदि भी पेश करेगी। कंपनी का कहना है कि भारत में बड़ी संख्या में ऑर्गेनिक उत्पाद उपलब्ध है, इसीलिए कंपनी सार्थक प्रयासों के साथ सुनिश्चित बाजार चाहती है ताकि उन्हें अपने उत्पादों का सही व उचित दाम मिल सके. शुरूआत में 100 प्रमुख बूथों के साथ दिल्ली और एनसीआर के उपभोक्ताओं के बीच में ऑर्गेनिक फल और सब्जियों को उपलब्ध करवाया जाएगा।
किशन अग्रवाल, कृषि जागरण
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