भारत विकासशील से विकसित देश की तरफ अपना रुख तेज़ी से मोड़ रहा है. ऐसे में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों (5 International Airports) वाला पहला राज्य बन गया है. बता दें कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) गौतम बुद्ध नगर जिले में 25 नवंबर को जेवर हवाई अड्डे (Jewar International Airport) का शिलान्यास कर कहा कि "21वीं सदी का भारत आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर रहा है और यह सिर्फ सड़कों, इंडस्ट्री या रेलवे में ही नहीं बल्कि पुरे क्षेत्र में कायाकल्प कर रहा है".
वहीं, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Civil Aviation Minister Jyotiraditya M Scindia) ने कहा कि जेवर हवाई अड्डे की रणनीतिक स्थिति अलीगढ़, हापुड़, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और बुलंदशहर जैसे- आसपास के क्षेत्रों के युवाओं को रोजगार (Employment) के अवसर प्रदान करने जा रही है.
1 लाख से अधिक लोगों को मिलेगा रोजगार (More than 1 lakh people will get employment)
सिंधिया ने कहा, "जेवर हवाई अड्डा (ग्रेटर नोएडा में) देश के विकास को बढ़ावा देगा. यह एशिया का सबसे बड़ा हवाई अड्डा होगा, जिसमें 1 लाख से अधिक लोगों के लिए रोजगार (Employment more than 1 lakh) के अवसर भी पैदा होने वाले हैं.
यूपी में पिछले 70 वर्षों में केवल 2 हवाई अड्डे थे, लेकिन अब जेवर एयरपोर्ट पिछले 7 सालों में यूपी में बनने वाला 10वां एयरपोर्ट होगा. जल्द ही राज्य में 17 एयरपोर्ट देखने को मिलेंगे. पहले, केवल 25 गंतव्यों को कवर किया गया था, लेकिन अब 80 गंतव्यों को कवर किया गया है.
जेवर एयरपोर्ट बनेगा देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट (Jewar Airport will become the country's largest airport)
नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (Noida International Airport) को सार्वजनिक-निजी भागीदारी मोड में विकसित किया जा रहा है और पूरा होने पर यह देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा होगा. अधिकारियों के मुताबिक, इसे चार चरणों में विकसित किया जाएगा और पूरे प्रोजेक्ट पर 30,000 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है.
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार, यह एक ग्रीनफील्ड परियोजना (Greenfield Project) है जिसे चार चरणों में लागू किया जाएगा और पहला चरण 36 महीने में पूरा होगा. पीटीआई (PTI) के अनुसार, हवाई अड्डे के पहले चरण के पूरा होने से सालाना 1.2 करोड़ यात्रियों की सेवा करने की क्षमता होगी और इस पर लगभग 8,914 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
जेवर एयरपोर्ट के आसपास भी मिलेगा रोजगार (Employment will also be available around Jewar airport)
वहीं जेवर एयरपोर्ट के पास ही यहां देश का सबसे बड़ा एयरक्राफ्ट मेंटिनेंस सेंटर के साथ फिल्म सिटी, MRO सेंटर और इंडस्ट्रीज डेवलप होंगी, जहां लोगों को अधिक रोजगार मिलेगा और उनकी ज़िंदगी संवर जाएगी.
क्या है भविष्य की योजना (What is the future plan)
जेवर हवाई अड्डे को अगले 30 वर्षों में चार चरणों में विकसित किया जाएगा. प्रारंभिक गणना के अनुसार, चरण 1 में प्रति वर्ष लगभग 12 मिलियन यात्रियों का यातायात होगा, जिसके चरण 4 के अंत तक बढ़कर प्रति वर्ष 70 मिलियन यात्रियों तक पहुंचने की उम्मीद है.
चरण 1 में 1334 हेक्टेयर का दो रनवे वाला हवाई अड्डा होगा जिसके लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं.
अगले चरण में, 1,365 हेक्टेयर क्षेत्र में तीसरा रनवे बनाया जाएगा, जिसके लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है. दूसरे चरण में 1,318 हेक्टेयर क्षेत्र में चौथा रनवे और पांचवां रनवे प्रस्तावित किया गया है.
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