विशव दुग्ध दवस के मौके पर आईसीएआर पूसा के एनएससी कॉंप्लेक्स में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में डेयरी जगत से जुड़े अनेक संस्थाओं के लोगों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का मकसद डेयरी के क्षेत्र में सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी देना था। और इसके साथ ही डेयरी क्षेत्र में 2022 तक किसानों की आय कैसे दोगुनी होगी इसके उपर भी जानकारी दी गई। कार्यक्रम में किसनों ने भी बढ-चढ़ कर हिस्सा लिया और यहां हरियाणा समेत कई राज्यों के किसान यहां मौजूद थे। कार्यक्रम में कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह, कृष्णा राज (Union Minister of State of Agriculture & Farmers Welfare), एम बलवीर सिंह सिद्धू (The Animal Husbandry and Dairy Development Minister, Punjab), सुरेश एस होनप्पागोल (Animal Husbandry Commissioner) और कई लोग शामिल हुए।
कार्यक्रम की शुरूआत कृषि मंत्री समेत अन्य अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलन करके किया गया। इसके बाद कार्यक्रम को कृष्णा राज ने संबोधित करते हुए आगे बढ़ाया और कहा कि "आज का दिन बहुत खास है क्योंकि पूरे देश में दुग्ध दिवस मनाया जाता है।" उन्होंने कहा की डेयरी क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में काफी अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत आज दूध उत्पादन में विश्व में पहले स्थान पर है ये हमारे लिए काफी गर्व की बात है और उन्होंने इसके लिए डेयरी जगत से जुड़े सभी लोंगों को इसके लिए धन्यवाद कहा। उनहोंने कहा कि खेती के हर क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका बढ़ रही है और डेयरी क्षेत्र को बढ़ावा देने में महिलाएं अग्रसर भूमिका निभा रही है। अपनी बातों को उन्होंने खत्म करते हुए कहा कि देश में पशुपालन, मत्सयपालन, इत्यदी को बढ़ा देने में सरकार सक्षम है और सरकार की सारी योजनाएं जमिनी स्तर पर काम कर रही है।
आगे कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित किया और कहा कि पिछले तीन वर्षों से विश्व दुग्ध दिवस मनाया जा रहा है और इसके लिए डेयरी जगत से जुड़े सभी लोगों को आभार। उन्होंने कहा देश में पछले चार वर्षों में काफी कार्य किया गया है। आज भारत विशव में दूध उत्पादन में पहले स्थान पर है ये गर्व की बात है। देश में डेयरी क्षेत्र को बढ़ाने के लिए अनुसंधान केंद्र, प्रयोगशाला, इत्यादि का निर्माण किया जा रहा है। और योजनाओं जानकारी देने के क्रम में उन्होंने कहा कि सरकार की सारी योगजाएं आज जमीनी स्तर पर नजर आ रही है। किसानों की आय बढ़ाने के लिए उन्होंने कहा कि इसके लिए इनपुट कॉस्ट को कम करना काफी जरूरी है और पिछले चार साल में इसपर काफी काम भी हुए हैं और आगे 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य हासिल होगा। उन्होंने कहा कि वैल्यू एडिशन भी किसानों की आय बढ़ाने में कारगर साबीत हो रही है। आखीरी में उन्होंने कहा की हमारा लक्ष्य है दूध उत्पादन को 9 प्रतिशत तक बढ़ाना और ये लक्ष्य हम हासिल करेंगे।
कार्यक्रम के दौरान डेयरी क्षेत्र में कार्य कर रहे लोगों को पुरस्कृत किया गया जिसमें राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरसाकार, राष्ट्रीय कामधेनु पुरस्कार, पशु चिकित्सक का पुरस्कार, इत्यादि कई प्रकार का पुरस्कार दिया गया। पूरे आयोजन में लगभग 60 लोगों को पुरस्कृत किया गया।
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